Sanskar TV Copy url Share 8570Views अपनी प्रसन्नता दूसरों की प्रसन्नता में लीन कर देने का नाम ही प्रेम है अपनी प्रसन्नता दूसरों की प्रसन्नता में लीन कर देने का नाम ही प्रेम है