Pujya Shivakant Ji Maharaj Copy url Share 5000Views अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे, तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे ! अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे, तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे ! ~ Pujya Shivakant Ji Maharaj Ke Bhajan