उल्लास के पर्व दीपावली के तीसरे दिन भाई-बहन के प्यार के प्रतीक भाईदूज मनाया जाता है. कल यानि 6 नवंबर भाई दूज के त्योहार के साथ ही दीपोत्सव का समापन हो जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों को अपने घर भोजन के लिए बुलाती है और उन्हें प्यार से खाना खिलाती हैं. भाईदूज का त्योहार कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. साल 2021 में भाईदूज के पर्व का समय भाई दूज का शुभ मुहूर्त 6 नवंबर को दोपहर 1:30 बजे से शुरू होकर उसी तारीख को दोपहर 3:46 बजे समाप्त होगा. इन घंटों के बीच, बहनें पूजा कर सकती हैं. 6 नवंबर को भगवान चित्रगुप्त और कलाम-दवात की पूजा:इसी दिन पूरे जगत का लेखाजोखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त की जयंती भी मनाई जाती है. चित्रगुप्त पूजा के दौरान कलम दवात की पूजा होगी. कैसे मनाया जाता है भाईदूज भाईदूज का त्योहार विक्रमी संवत नववर्ष के दूसरे दिन भी मनाया जाता है. भाईदूज को अन्य नामों से भी जाना जाता है, जैसे- भाईजी, भाई टीका. यह त्योहार करीब रक्षाबंधन की तरह ही मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों का टीका करती हैं और उन्हें प्यार से भोजन कराती हैं. बहनें भाइयों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करती हैं और भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं.
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