शास्त्रों के अनुसार नियमित रूप से अगर विष्णु मंत्र का जाप किया जाए, तो उसे फलदायी माना जाता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में गुरु दोष होता है या गुरु का प्रभाव होता है, उन लोगों को गुरुवार के दिन श्री हरि की उपासना करने की सलाह दी जाती है। मान्यता है कि श्री हरि की विधि-विधान से पूजा-पाठ और व्रत करने से जीवन की सभी समस्याएं दूर होती हैं और साथ ही घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती। और भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी भी प्रसन्न हो जाती हैं। शास्त्रों के अनुसार नियमित रूप से अगर विष्णु मंत्र का जाप किया जाए, तो उसे फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि प्रतिदिन भगवान विष्णु के मंत्र का जाप करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और धन-वैभव की प्राप्ति होती है। भगवान श्री हरि विष्णु के पवित्र मंत्र... 1. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 2. श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।। 3. ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।। 4. ॐ विष्णवे नम: 5. ॐ हूं विष्णवे नम: 6. ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि। 7. लक्ष्मी विनायक मंत्र - दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्। धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।। 8. धन-वैभव एवं संपन्नता का मंत्र - ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि। 9. सरल मंत्र - ॐ अं वासुदेवाय नम: - ॐ आं संकर्षणाय नम: - ॐ अं प्रद्युम्नाय नम: - ॐ अ: अनिरुद्धाय नम: - ॐ नारायणाय नम: 10. विष्णु के पंचरूप मंत्र - ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।। मान्यता है कि भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए नियमित रूप से अगर इनमें से किसी भी मंत्र का जाप किया जाए, तो जीवन के सभी संकटों से मुक्ति मिल सकती है और साथ ही धन वैभव की प्राप्ति भी हो सकती है। मंत्र का जाप करते हुए एक बात का ध्यान रखें कि मंत्रों का उच्चारण साफ़ और शुद्ध होना चाहिए, वरना हो सकता है कि जाप का फल न मिले।
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