नई दिल्ली: आज से मलयालम कैलेंडर के मुताबिक शरू हुए पवित्र चिंगम महीने के दौरान पांच दिन के मासिक पूजा और अनुष्ठान के लिए केरल के सबरीमाला (Sabrimala) के प्रसिद्ध भगवान अयप्पा मंदिर के द्वार खोल दिए गए हैं। मंदिर के कपाट खुलने के बाद यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। मंदिर के मुख्य पुजारी एन परमेश्वरन नंबूथिरी ने बीते मंगलवार शाम को गर्भगृह के कपाट खोलकर मंदिर के तंत्री कंदारी राजीवरु के तत्वावधान में दीप प्रज्ज्वलित किया। इसके साथ अन्य देवी-देवताओं के मंदिर के कपाट भी खोले गए और पुजारियों ने वहां दीपक प्रज्ज्वलित किए। वहीं सभी आवश्यक अनुष्ठानों के बाद, भक्तों को पवित्र पहाड़ी पर चढ़ने, 18 पवित्र सीढ़ियों पर चढ़ने और मुख्य देवता-भगवान अयप्पा के सामने प्रार्थना करने की अनुमति दी गई। मंदिर के कपाट 21 अगस्त तक खुले रहेंगे। इसके साथ ही मंदिर प्रबंधन के अनुसार अब भक्त ऑनलाइन कतार प्रणाली में पंजीकरण कराने के बाद मंदिर में दर्शन कर सकते हैं। तीर्थयात्री आधार शिविर निलक्कल में भी पंजीकरण करा सकते हैं। दरअसल, सबरीमाला के लिए वार्षिक त्यौहार तीर्थयात्रा सीजन 16 नवंबर से शुरू होता है। यह प्रथा यहां दशकों से चल रही है। फिर त्रावणकोर देवासोम बोर्ड (टीडीबी), जो दक्षिण केरल में 1000-विषम मंदिर चलाता है, ने पिछली बार 17 अगस्त को मलयालम नव वर्ष दिवस, सबरीमाला को छोड़कर, सभी मंदिरों को अपने नियंत्रण में खोलने का फैसला किया था। लेकिन अब कोरोना से रहत होने के बाद सबरीमाला को भी भक्तों के दर्शनों के लिए एकबार फिर से खोला गया है।
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