काशी: उत्तरप्रदेश में चारों ओर विकास कार्य तेज़ी से चल रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा धार्मिक स्थलों को विकसित करने के साथ साथ रोज़गार को मौक़े भी दिए जा रहे हैं। उत्तरप्रदेश सरकार के द्वारा बनारस के सारनाथ में बुद्धिस्ट सर्किट को नया रूप दिया जा रहा है। केंद्र सरकार के द्वारा दिए गए 72.63 करोड़ रुपय से इस सर्किट का कार्य किया जा रहा है। बनारस के विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ने बताया कि सारनाथ में हो रहे विकास कार्य के लिए प्रो-पुअर प्रोजेक्ट का कार्य बहुत ही तेज़ी से चल रहा है। काम ख़त्म हो जाने के बाद यहाँ पर्यटकों की अच्छी भीड़ आएगी जिसके वजह से ना सिर्फ़ यहाँ आसपास रहने वालों की आमदनी बढ़ेगी बल्कि रोज़गार के नए मौक़े भी बनेंगे। इस सर्किट के निर्माण कार्य में और भी तेज़ी आ गई जब से पुरातत्व विभाग के ओर से एनओसी मिली है। इस पूरे प्रोजेक्ट के विकास के लिए विश्व बैंक से भी सहयाता ली जा रही है। बताया जा रहा कि इस पूरे निर्माण कार्य को वर्ष 2022 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। प्रो-पुअर प्रोजेक्ट को सैलानियों के मद्देनज़र रखकर बनाया जा रहा और और यह टूरिस्ट फ्रेंडली होगा। इस पूरे परियोजना में स्थानीय लोगों का भी ख़ासा ध्यान रखा गया है जिसमें सबसे ज्यादा ध्यान व्यापार पर दिया गया है जिससे ना सिर्फ़ कमाई होगी रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे। इस प्रोजेक्ट के दौरान सारनाथ और उसके आसपास के चौराहों को सुंदर बनाया जाएगा जिसके अंदर 29 स्मारकों को आपस में जोड़ने और उसका जीर्णोद्धार का काम भी शामिल है। यहाँ आने वाले पर्यटकों की सुविधा का ख़ासा ध्यान दिया जा रहा है जिसमें पैडेस्ट्रियल पथ, बैठने और आराम करने के लिए भी जगह बनाई जा रही है। यहाँ इस सर्किट में सोविनियर, जीआई उत्पाद, ओडीओपी आदि की दुकानें भी होगीं। सर्किट को सुंदर बनाने के लिए यहाँ स्ट्रीट लाइट, पार्किंग, हेरिटेज स्ट्रीट लाइट की वयस्था की जा रही है।
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