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सूरत में एक गणेश जी की मूर्ति, क़ीमत है कोहिनूर डायमंड से भी अधिक, वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में में दर्ज है नाम

सूरत: गणेश उत्सव के दौरान आपने तरह तरह के गणेश जी की प्रतिमा देखी होगी। हर स्थान पर अलग अलग डीजाइन के बप्पा के मूर्तियों को पूजा जाता है। 10 दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में भक्तों की अलग अलग श्रद्धा होती है। ऐसे में गुजरात के सूरत में भगवान गणेश की एक मूर्ति है जिसकी क़ीमत का आकलन करना थोड़ा मुश्किल है। यह मूर्ति केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का सबसे अनोखा और क़ीमती मूर्ति है। सूरत के डायमंड कारोबारी द्वारा की जा रही भगवान गणेश की पूजा वह पूरी दुनिया का एकमात्र मूर्ति है जो नेचुरल डायमंड से बना है।

डायमंड सिटी के नाम से मशहूर गुजरात के सूरत में गणेश जी की यह मूर्ति चर्चा का विषय बनी हुई है।  नेचुरल डायमंड से बना गणेश भगवान की आकृति को करम डायमंड गणेश नाम दिया गया है।

मूर्ति का आया सपना, तिजोरी में तब से संभाल के रखा गया है

 

इस मूर्ति से जुड़े एक वाकया भी है, इस परिवार के सदस्य द्वारा बताया गया है कि मूर्ति के आने से ठीक पहले उनके पिताजी रामजी असोदरिया को सपना आया था। सपने में उन्हें इस मूर्ति को संभाल कर सुरक्षित रखने को कहा गया, तब से इस परिवार द्वारा संभाल कर रखा जाता है और गणेश उत्सव के दौरान इस मूर्ति को निकाल कर इसकी पूजा करी जाती है। पूरे साल में सिर्फ़ 10 दिन यानी गणेश उत्सव के दौरान ही इस मूर्ति को तिजोरी से बाहर निकला जाता है और फिर पूजा पाठ की जाती है। करीब 20 साल पहले डायमंड कारोबारी कनु भाई असोदरिया बेल्जियम गए थें। डायमंड खरीदने के मकसद से गए कनु भाई को डायमंड लोट में से यह डायमंड की मूर्ति मिली थी।

 

कई प्रकार के गणेश भगवान की प्रतिमा है 

सूरत के इस डायमंड कारोबारी के घर डायमंड के गणेश जी के अलावे और भी कई तरह की मूर्ति है। आपको बता दें की इनके यहाँ ऐसी कई मोतियाँ है जिसमें भगवान गणेश की आकृति दिखती है। इसके अलावे कनु भाई के पास एक ऐसी ख़ास मूर्ति भी है जिसके एक तरह ॐ तो दूसरे तरह भगवान गणेश की आकृति है। 

डायमंड की मूर्ति की क़ीमत छुपा रखी है 

 

डायमंड के बने गणेश जी पूरे विश्व में सिर्फ़ एक हैं और इसी वजह से इसका नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है। कनु भाई की ओर से इस मूर्ति की क़ीमत नहीं बताई जाती है, उनका कहना ही कि डायमंड से बनी यह मूर्ति ख़ास है और कोहिनूर डायमंड की तरह अमूल्य है। हालाँकि आपको बता दें इस डायमंड की मूर्ति का वजन लगभग 182 कैरट 53 सेंट है। यह डायमंड कोहिनूर डायमंड से भी बड़ा है। कोहिनूर का वजह 102 कैरट ही है और इसी वजह से इनके द्वारा इसकी क़ीमत का ख़ुलासा नहीं कर जाता है।

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