दिल्ली: कोरोना महामारी के दो सालों के बाद दिवाली को लेकर बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है. लोगों ने अपने-अपने घरों की सफाई करनी शुरू भी कर दी है. कुछ लोग दिवाली की छुट्टी होने पर घूमने-फिरने का भी प्लान बना रहे हैं ऐसे में अगर आप दिल्ली में रहते हैं या घूमने के मकसद से आए हैं तो इस दिवाली आप लक्ष्मीनारायण मंदिर के दर्शन कर सकते हैं.बिड़ला मंदिर के नाम से मशहूर यह दिल्ली का प्रसिद्ध मंदिर है. वैसे तो इस मंदिर में साल भर भक्तों की भीड़ लगी रहती है परन्तु दिवाली के अवसर पर इस मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. दिवाली के अलावा इस मंदिर में शिवरात्रि और जन्माष्टमी के दिन भी विशेष पूजा अर्चना की जाती है और इन दिनों में भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.
मंदिर के निर्माण के बारे में बात करें तो इसका निर्माण सन 1933 में शुरू किया गया था. इस मंदिर की आधारशिला महाराज उदयभानु सिंह द्वारा रखी गई थी और पंडित विश्वनाथ शास्त्री की देखरेख में मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हुआ था. निर्माण के बाद इस मंदिर का उद्घाटन महात्मा गाँधी के द्वारा किया गया था. हालाँकि गाँधी जी द्वारा इस मंदिर के उद्घाटन से पहले शर्त रखी गई थी. शर्त के अनुसार गाँधी जी ने यह कहा था कि वे उद्घाटन उसी शर्त पर करेंगे जब मंदिर में रंग-रूप, जात-पात से हटकर सारे लोगों को अनुमति होगी.
लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर, दिल्ली के कनॉट प्लेस के पश्चिम में स्थित है. 7 एकड़ से ज्यादा के क्षेत्रफल में फैले इस मंदिर की नक्काशी बेहद ही खूबसूरत है. मंदिर के निर्माण में आगरा, कोटा और मकराना के पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था. इस मंदिर की वास्तुकला, नागर शैली की है जिसके प्रमुख वास्तुकार श्री चंद्र चटर्जी थे. मंदिर की बात करें तो यहाँ माँ लक्ष्मी, भगवान विष्णु के साथ विराजमान हैं. मंदिर में एक विशाल हॉल है जहाँ श्रद्धालु आरती के वक़्त बैठते हैं. इस दिवाली पर भक्त इस मंदिर के दर्शन कर माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.