वाराणसी : इस बार भारत में 23 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा. इस वर्ष धनतेरस के दिन काशी विश्वनाथ के दरबार में माता अन्नपूर्णा का खजाना भक्तों के बीच बांटा जाएगा. काशी विश्वनाथ के दरबार में ऐसा आयोजन पहली बार किया जाएगा. माँ अन्नपूर्णा की प्राचीन मूर्ति कनाडा से वापस लाने के बाद यह पहला मौका होगा जब माँ के खजाने का वितरण किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार कनाडा से देवी की प्रतिमा को वापस लाने के बाद कोरोना की वजह से स्थिति ख़राब थी जिसकी वजह से पिछले साल ऐसा कोई आयोजन नहीं हुआ हालाँकि अब हालात सामान्य होने के बाद बाबा विश्वनाथ के दरबार से अन्नपूर्णा के खजाना को वितरित करने का निर्णय लिया गया है.
खजाने के वितरण की रूपरेखा तैयार कर ली गई है. बता दें कि इस वर्ष सूर्य ग्रहण की वजह से अन्नकूट महोत्सव दीपावली के अगले दिन नहीं मनाया जाएगा. दीपावली इस वर्ष 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है इस हिसाब से अन्नकूट महोत्सव 25 अक्टूबर को होना चाहिए था परन्तु सूर्य ग्रहण की वजह से अब इसका आयोजन 26 अक्टूबर को किया जाएगा. अन्नकूट महोत्सव के अवसर पर माता अन्नपूर्णा की चलप्रतिमा बाबा के मंदिर के गर्भगृह में प्रतिष्ठित की जाएगी. प्रतिमा का गर्भगृह में श्रृंगार के बाद दीक्षित मंत्र से महंत द्वारा पूजा और आरती की जाएगी. काशी विश्वनाथ मंदिर में यह परम्परा कई सालों से चली आ रही है. माना जाता है कि महादेव के आग्रह पर माँ अन्नपूर्णा यहाँ विराजमान हुई थीं और तब से कोई भी काशीवासी को भूखे पेट नहीं सोया है.