चमोली : उत्तराखंड के चमोली जिले में समुद्रतल से 11808 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर। सोमवार को करीब 3 बजे पूरे विदि-विधान के साथ पंच केदारों में एक चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट को पूरे विधि-विधान के साथ बंद कर दिया गया। इस दौरान यहां 300 से ज्यादा भक्त मौजूद रहे। अब श्रद्धालु पूरे शीतकाल में बाबा के दर्शन गोपेश्वर के गोपीनाथ मंदिर में कर सकेंगे। रुद्रनाथ मंदिर की ख़ास बात यह है कि यहाँ भगवान शंकर के मुख के दर्शन होते हैं। इससे पहले रुद्रनाथ मंदिर के कपाट 18 मई को ब्रह्ममुहूर्त में खोले गए थे, उसके बाद से ही मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के पहुँचने का सिलसिला शुरू हो गया था।
17 अक्टूबर यानी सोमवार को मंदिर के कपाट बंद होने की प्रक्रिया सुबह से विशेष पूजा-अर्चना के साथ शुरू हो गई थी। सुबह करीब 9 बजे भोलेनाथ का अभिषेक पूजा की गई। फिर महादेव को भोग लगाया गया और फिर दोपहर 3 बजे पूरे विधि विधान के साथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए और फिर महादेव की विग्रह डोली उनके शीतकालिन प्रवास की तरफ रवाना हो गई।
आपको बता दें कि इस बार रुद्रनाथ की डोली ग्रीष्मकालीन गद्दी स्थल गोपेश्वर के लिए डुमक गाँव से होते हुए अगले दिन कुजौं-मेकोट गांव में गणजेश्वर मंदिर पहुंचती है और फिर उसके अगले दिन गद्दी स्थल गोपीनाथ मंदिर पहुंचती है।