प्रयागराज: गंगा की रेती पर लगने वाला प्रसिद्ध माघ मेले को पिछली बार की अपेक्षा इस बार और भी खास बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए यहां दिन-रात काम चल रहा है। इसबार इस मेले की एक खास बात ये होगी कि प्रदेश का यह पहला मेला होगा जो ओडीएफ (ओपन डेफिकेसन फ्री) यानी खुले में शौच मुक्त होगा। इसके लिए मेला प्राधिकरण ने इसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग को दी है। स्वास्थ्य विभाग ने इस काम को लगभग पूरा कर लिया है। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक इस बार के माघ मेले को महाकुम्भ के ट्रायल के रूप में देखा जा रहा है।
माघ मेला क्षेत्र को 6 सेक्टर्स में बांटा जाएगा। वहीं गंगा नदी पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पांच पीपे के पुल का निर्माण किया जा रहा है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण संगम के पास दो पुल का निर्माण करवा रहा है और साथ ही त्रिवेणी मार्ग और काली मार्ग पर भी पांटून पुलों के निर्माण करवाए जा रहे हैं। मेला क्षेत्र के अंतिम छोर पर पीपे का पुल नागवासुकि मंदिर के पास बनाया जा है। वहीं मेला क्षेत्र में 16 स्नान घाट भी बनाएं जा रहे हैं। पूरे मेला क्षेत्र में जगह-जगह एलईडी स्क्रीन भी लगाई जाएगी जहां पर धार्मिक चित्रों और कहानियों का प्रसारण किया जाएगा।
मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को और ज्यादा बेहतर सुविधा मिले, इसके लिए वेंडिंग जोन बनाने की चर्चा चल रही है। जिसमें अस्थाई दुकानों के लिए अलग-अलग थीम पर वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे। पुलिस महकमे द्वारा माघ मेले में विदेशी मेहमानों के रुकने और उनकी सुरक्षा के खास इंतजाम किए जायेंगे। विदेशी मेहमानों के लिए स्विस कॉटेज की टेंट सिटी बनाई जाएगी। इसमें मेहमानों के रुकने में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए यहां सभी मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जायेगा।
(रजत द्विवेदी)