उज्जैन: महाकाल मंदिर परिसर का लगातार विस्तार और सुंदरीकरण किया जा रहा है। 11 अक्टूबर को महाकाल लोक फेज-1 का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इसके बाद यहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं। महाकाल लोक को बहुत ही सुंदर और अद्भुत बनाया गया है। यहां शिव के हर रूप के दर्शन हो रहे हैं। वहीं युवा पीढ़ी के लिए सीखने और समझने के लिए यहां बहुत कुछ है। अब फेज-2 का काम भी शुरू हो गया है और दूसरे चरण के काम में करीब 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से महाकाल परिसर का विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक अगले 6 महीने में दूसरे चरण के काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। महाशिवरात्रि के पहले मंदिर के आंतरिक और बाहरी भाग को रेनोवेट कर दिया जाएगा। परिसर में सालों पुराने लगे फ्लोर को बदला जाएगा। मंदिर को दिव्य और सुंदर बनाने के लिए नंदी हॉल की फ्लोरिंग बदलने और नंदी की मूर्ति के सामने दोनों तरफ चांदी से जड़ित मूर्तियां उकेर कर दीवारों पर लगाई जाएंगी। जिससे जल्द ही ये दीवारें रजतमय हो जाएंगी। महाकाल विस्तारीकरण के दूसरे चरण में कई काम प्रस्तावित किए गए हैं। जिसके अंतर्गत महाराजवाड़ा परिसर को हेरिटेज धर्मशाला के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके बेसमेंट में पार्किंग और वेंडर क्षेत्र भी बनाएं जाएंगे। रुद्रसागर पर पैदल पुल का निर्माण करने के साथ ही सागर का पुनरुद्धार और लेक फ्रंट व्यू तैयार किया जाएगा।
श्रद्धालुओं के सुगम शिखर दर्शन के लिए लेजर और वॉटर स्क्रीन शो भी चलाया जाएगा और साथ हीं आपात कालीन प्रवेश और निर्गम द्वार का भी निर्माण होगा। कुल मिलाकर 20 से ज्यादा काम किए जाएंगे जिन्हें जून 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कुछ काम शुरू हो चुके हैं और कुछ डिजाइन और स्वीकृती होने के बाद शुरू होंगे। वहीं आने वाले समय में महाकाल लोक भक्तों के लिए पहुंचना और आसान हो जाएगा इसके लिए उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकाल लोक के लिए रोप-वे बनाया जाएगा।
इसमें चार स्थानों पर रोप-वे टावर भी बनाये जाएंगे। रोप-वे बनाने में करीब 200 करोड़ रुपए से भी अधिक की लागत आएगी। जो तकरीबन 2 किलोमीटर लंबा होगा जिसके लिए जमीन अधिग्रहण सहित अन्य कार्रवाई करने की तैयारी शुरू हो गई है।
(आशुतोष कुमार)