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एक अंजीर आपको कई बीमारियों से छुटकारा दिला सकती है। अंजीर को अंग्रेजी में Figs कहते हैं। नाशपाती के आकार के इस छोटे से फल की अपनी कोई विशेष तेज़ सुगंध नहीं पर यह रसीला और गूदेदार होता है। रंग में यह हल्का पीला, गहरा सुनहरा या गहरा बैंगनी हो सकता है। इसे पूरा का पूरा छिलका बीज और गूदे सहित खाया जा सकता है। सूखने के बाद सेहत के लिए और भी गुणकारी हो जाता है। अंजीर को हम फल और ड्राईफ्रूट दोनों तरह से खा सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे अंजीर खाने के उन फायदों के बारे में जो आपको सालभर हेल्दी रखने में मदद करेंगे।
अंजीर में कार्बोहाइड्रेट 63 प्रतिशत, प्रोटीन 5.5 प्रतिशत, सेल्यूलोज 7.3 प्रतिशत, चिकनाई एक प्रतिशत, मिनरल सोल्ट 3 प्रतिशत, एसिड 1.2 प्रतिशत, राख 2.3 प्रतिशत और पानी 20.8 प्रतिशत होता है। इसके अलावा प्रति 100 ग्राम अंजीर में लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग आयरन, विटामिन, थोड़ी मात्रा में चूना, पोटैशियम, सोडियम, गंधक, फास्फोरिक एसिड और गोंद भी पाया जाता है। यह दूध का अच्छा ऑप्शन है। अंजीर एक स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक और बहुपयोगी फल है। अंजीर के सेवन से मन प्रसन्न रहता है। यह स्वभाव कोमल बनाता है। कमजोरी दूर करता है और खांसी का नाश करता है।
- शरीर में फ्री रैडिकल्स बनने पर हार्ट में मौजूद कोरोनरी धमनियां जाम हो जाती हैं और हार्ट से जुड़ी बीमारियां होने लगती हैं। ऐसे में अंजीर में मौजूद ऐंटिऑक्सिडेंट गुण इन फ्री रैडिकल्स को खत्म कर हार्ट को सुरक्षित रखता है। इसके अलावा अंजीर में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी ऐसिड गुण भी होते हैं, जो आपके हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
- अंजीर की पत्तियों में पाया जाने वाले एक तत्व इंसुलिन सेन्सिटिविटी को बेहतर बनाने में मदद करता है। 2003 में की गई एक स्टडी में भी देखा गया है कि अंजीर एक्स्ट्रैक्ट खून में मौजूद फैटी ऐसिड और विटमिन ई के लेवल को सामान्य रखने में मदद करके डायबीटीज ट्रीटमेंट में लाभ पहुंचा सकता है।
- अंजीर में पेक्टिन नाम का सॉल्युबल फाइबर होता है जो खून में मौजूद बैड कलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने के लिए जाना जाता है। साथ ही अंजीर का फाइबर गुण पाचन तंत्र से भी एक्स्ट्रा कलेस्ट्रॉल को साफ कर सकता है।
- अंजीर का सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर हो सकती है और पाचन तंत्र अच्छी तरह काम करने लगता है। अंजीर में पर्याप्त मात्रा में डाइट्री फाइबर पाया जाता है। इसलिए अंजीर खाने से पेट साफ करने में मदद मिलती है। पाचन तंत्र को बेहतर करने के लिए 2-3 अंजीर को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें और अगली सुबह खा लें।
- शरीर में जब आयरन की कमी हो जाती है तो व्यक्ति अनीमिया का शिकार हो जाता है। सूखे अंजीर को आयरन का मेन सोर्स माना जाता है। इसके सेवन से शरीर में हीमॉग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। अंजीर खाने से शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ सकती है और शरीर किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने में सक्षम हो जाता है।
- अंजीर अस्थमा से भी बचाने में भी मदद करता है। अंजीर के सेवन से शरीर के अंदर म्यूकस झिल्लियों को नमी मिलती है और कफ साफ होता है, जिससे अस्थमा के मरीज को राहत मिलती है। अंजीर फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं। अगर फ्री रेडिकल्स शरीर में बने रहें, तो अस्थमा को और गंभीर बना सकते हैं।
- अगर नियमित रूप से अंजीर खाएं तो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जा सकता है। अंजीर में पाए जाने वाले फाइबर और पोटैशियम दोनों मिलकर हाई ब्लड प्रेशर की आशंका को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा अंजीर में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी ऐसिड भी पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है।
- अंजीर में कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है और ये सभी चीजें हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी मानी जाती हैं। कैल्शियम से भरपूर अंजीर, हड्डियों को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद करता है जिससे हड्डी टूटने का खतरा कम हो जाता है।