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कोरोना वायरस लोगों की जान लेने के अलावा प्राचीन विरासत को भी प्रभावित करने लगा है. कोरोना के चलते सभी पर्व-त्योहारों का रंग फीका पड़ गया. अब दशहरा पर भी कोरोना की मार पड़ने वाली है. हर साल दहशहरा का इस बेसब्री से इंतजार करते हैं. हर शहर में इसकी धूम देखने को मिलती है. लेकिन गुजरात में नवरात्र का एक अलग रंग देखने को मिलता है. युवाओं के बीच इस त्योहार को लेकर बड़ा क्रेज रहता है. लेकिन कोरोना के कारण गुजरात में इस साल नवरात्रि महोत्सव धूमधाम से सेलिब्रेट नहीं किया जाएगा.
गुजरात सरकार ने फैसला किया है कि राज्य में इस साल नवरात्रि महोत्सव का आयोजन नहीं किया जाएगा. शारदीय नवरात्रि अगले महीने 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक रहेंगे.
डॉक्टर्स ने सरकार को लिखा पत्र
दरअसल, कोरोना की महामारी में गुजरात में अब तक करीब सवा लाख मामले सामने आए हैं. ऐसे में मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टर्स ने भी सरकार को पत्र लिखकर गुजरात में नवरात्रि का आयोजन नहीं कराने का आग्रह किया था. डॉक्टर्स को डर है कि नवरात्रि के आयोजन से राज्य में कोरोना विस्फोट हो सकता है.
गरबा आयोजन पर भी रोक
सरकार की तरफ से जारी फैसले में गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने बताया कि इस साल राज्य में नवरात्रि का आयोजन नहीं किया जाएगा. बता दें कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तभी से राज्य में नवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम से सेलिब्रेट करने की परंपरा चली आ रही है.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखना होगा ख्याल
सरकार के इस फैसले के बाद राज्य के बड़े गरबा आयोजकों ने भी इस साल गरबा आयोजन से इनकार कर दिया है. छोटी सोसायटीज या फ्लैट्स में ही लोग मां दुर्गा की पूजा का आयोजन कर सकेंगे. हालांकि इस दौरान लोगों को मुंह पर मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखना होगा.