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भारत में कोरोना वायरस के मामलों पाए जाने की रफ्तार के जांच के सापेक्ष कम हो रही है. बुधवार से गुरुवार तक 24 घंटे की समयावधि में देश में 50,000 से ज्यादा मामले पाए गए. हालांकि मृतकों की संख्या अब भी 500 से ज्यादा प्रतिदिन का आंकड़ा पार कर रही है. वहीं संक्रमण से ठीक होने वालों और डिस्चार्ज किये जाने वालों की संख्या भी रोजाना 60,000 से ज्यादा है.
संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या की तुलना में रिकवर हुए लोगों की संख्या आठ गुना ज्यादा है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में कोरोना वायरस के एक्टिव केस, मृत्यु दर और रिकवरी रेट का प्रतिशत सबसे ज्यादा है. ICMR के मुताबिक, 21 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के कुल 9 करोड़ 86 लाख सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 14.69 लाख सैंपल की टेस्टिंग कल की गई. पॉजिटिविटी रेट करीब पांच फीसदी है.
देश के 22 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में 20,000 से कम एक्टिव केस हैं. केवल केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में 50,000 से ज्यादा एक्टिव मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं. एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है. कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है. मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है.
राहत की बात है कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. मृत्यु दर गिरकर 1.51% हो गई. भारत में मृत्यु दर दुनिया के देशों में सबसे कम में से एक है. इसके अलावा एक्टिव केस जिनका इलाज चल है उनकी दर भी 10 फीसदी से कम है. इसके साथ ही रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 89 फीसदी है. भारत में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है.