देश और गांव से लेकर जिला और राज्य स्तर पर टीकाकरण की तैयारियों के बाद अब सरकार ने एक सर्टिफिकेट भी तैयार किया है जिसे टीका लगवाने वाले हर व्यक्ति को जारी किया जाएगा। यह सर्टिफिकेट क्यूआर कोड से लैस होगा जिस पर टीका लगवाने वाले व्यक्ति की पहचान से जुड़ी तमाम जानकारी सुरक्षित होगी। सर्टिफिकेट पर टीका लेने वाले का फोटो और बगैर पहचान साबित किए बिना टीका नहीं लगेगा। टीका लगाने के बाद व्यक्ति के फोन पर एक संदेश भी आएगा, जिसमें यह लिखा होगा कि उसे किस दिन और कहां टीका लगा है और उसे अपना सर्टिफिकेट कैसे प्राप्त करना है।
टीकाकरण सर्टिफिकेट में होगा फोटो, क्यूआर कोड
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हर सर्टिफिकेट पर टीके का बैच नंबर भी लिखा होगा। एक व्यक्ति को कम से कम दो और अधिकतम तीन खुराक दी जा सकती हैं। हर खुराक का बैच नंबर वैक्सीनेटर, टीकाकरण का स्थान और तारीख यह सभी सर्टिफिकेट पर लिखना अनिवार्य होगा और क्यूआर कोड से उसकी पहचान हो सकेगी।
यह पूरी तरह से डिजिटलाइज्ड सर्टिफिकेट रहेगा, जिसे व्यक्ति अपने फोन पर ही डाउनलोड कर सकता है। साथ ही उसकी जन्मतिथि और वर्तमान पता भी जरूर होगा।
टीकाकरण की यह होगी प्रक्रिया
कोविन एप या वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीयन करना होगा।
सभी जानकारी भरने के साथ ही एक पहचान पत्र भी देना होगा।
ओटीपी के जरिए होगा रजिस्ट्रेशन ।
एक बूथ पर 1 दिन में 100 लोगों का अपॉइंटमेंट फिक्स होगा।
अगर सब कुछ ठीक रहा तो फोन पर मैसेज आएगा जिसमें टीकाकरण के समय और स्थान की जानकारी होगी।
बूथ के प्रवेश द्वार पर बने काउंटर पर पहचान पत्र दिखाना होगा।
टीकाकरण कक्ष में डोज के लेने के बाद आधे घंटे तक चिकित्सकीय निगरानी में रखा जाएगा।
आधा घंटे कक्ष में रहने के दौरान बैठने की व्यवस्था शारीरिक दूरी के आधार पर होगी।
कक्ष से बाहर निकलने के बाद व्यक्ति अपने घर जा सकता है।