भक्त और भगवान का रिश्ता किसी से छुपाए नहीं छुपा है. भक्त अपने भगवान का ख्याल रखता है और भगवान अपने भक्त का. इसलिए तो बढ़ती ठंड से बचने के लिए जिस तरह आम लोग अपने आप को बचाने के लिए हर तरह के उपाय कर रहे हैं. उसी तरह भगवान को ठंड से बचाने के लिए उनका रजाई और स्वेटर से श्रृंगार भी कर रहे हैं.
ऐसा ही कुछ देखने को मिला उत्तर प्रदेश के वाराणसी मंदिरों में जहां भगवान को ठंड से बचाने के लिए स्वेटर के साथ रजाई और कंबर भी ओढ़ाया जा रहा है. लोहटिया स्थित प्राचीन बड़ा गणेश मंदिर में विघ्नहर्ता के श्रृंगार में रजाई का इस्तेमाल हुआ है और श्रद्धालुओं ने गणेश जी को ठंड और शीतलहर से बचाने के लिए रजाई-कंबल ओढ़ाए हैं.
गणेश मंदिर के साथ-साथ राम-जानकी मंदिर में पूरी की पूरी राम दरबार और राधा-कृष्ण के विग्रह तो ऊनी वस्त्रों से ढके हुए हैं. इसमें ऊनी कपड़ों से लेकर टोपियां तक भी शामिल हैं. काशी के श्रद्धालुओं के लिए भगवान और भक्त में यही समानता है कि अगर ठंड भक्त को लग रही है तो भगवान को भी लगती होगी. लेकिन इस बार बेवक्त बढ़ी ठंड ने लोगों को काफी हैरान और परेशान किया हुआ है.