हरिशरण अवस्थी Copy url Share 6002Views माटी के पुतले सीता राम सीता राम बोल रे सुबह शाम इस भजन को सुनने से मन को मिलेगी शांति . . . . . माटी के पुतले सीता राम सीता राम बोल रे - हरिशरण अवस्थी