Sanskar TV Copy url Share 9878Views दूसरों की निंदा करके किसी को कुछ नहीं मिला जिसने अपने को सुधारा उसने बहुत कुछ पाया दूसरों की निंदा करके किसी को कुछ नहीं मिला जिसने अपने को सुधारा उसने बहुत कुछ पाया