कैंची धाम मेले की तैयारी, 15 जून को लगेगा भव्य मेला
उत्तराखंड में अल्मोडा मार्ग पर नैनीताल से लगभग 17 किलोमीटर एवं भवाली से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुप्रसिद्ध कैंची धाम में 15 जून को लगने वाले मेले की तैयारियां अंतिम चरण में है। मेले के दौरान ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए पुलिस और परिवहन विभाग हर एक जरुरी कदम उठा रहे है। मेले में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है, जिसको देखते हुए सभी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। मेले में पहुंचने के लिए हल्द्वानी के साथ-साथ रामनगर और कालाढूंगी से भी शटल सेवा बस सर्विस चलाए जाने की तैयारी चल रही है। जाम से निपटने के लिए भीमताल, भवाली और नैनीताल की कुछ जगहों पर पार्किंग स्थल बनाया जाएगा।
मेला क्षेत्र में लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त फोर्स लगाने की तैयारी है। साथ ही पार्किंग की व्यवस्था के लिए शटल सेवा से श्रद्धालुओं को कैंची धाम भेजा जाएगा। कैंची धाम का इतिहास अत्यंत समृद्ध और गहरा है। यह आश्रम 1962 में श्री नीम करौली बाबा द्वारा स्थापित किया गया था। बाबा नीम करौली एक महान संत थे, जिन्हें उनके भक्त हनुमान जी का अवतार मानते थे। बाबा ने जीवनभर गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा की और उनके चमत्कारी अनुभवों के कारण वे बहुत प्रसिद्ध हुए। यही कारण है कि कैंची धाम क्यों प्रसिद्ध है, क्योंकि यहाँ पर बाबा की उपस्थिति और उनके आशीर्वाद को महसूस किया जा सकता है। इस दिन बाबा की कृपा से यहां आने वाले सभी लोगों को भोजन और प्रसाद दिया जाता है। इस उत्सव में भाग लेने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।