कैंची धाम के लिए भी शुरू होगी रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था, श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी
उत्तराखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम में अब चारधाम यात्रा की तरह दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन सिस्टम लागू किया जाएगा। लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए राज्य सरकार और पर्यटन विभाग ने यह निर्णय लिया है। कैंची धाम में हर महीने लगभग 2 लाख से अधिक श्रद्धालु यहां रहे हैं और भीड़ के दबाव की वजह से यातायात और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इन सबको देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। यानी, भविष्य में कैंची धाम में दर्शन करने से पहले यात्रियों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा, जिससे व्यवस्था में पारदर्शिता और नियंत्रण बना रहे।
उत्तराखंड पर्यटन विभाग अब कैंची धाम में कैरिंग कैपेसिटी यानी दैनिक अधिकतम आगंतुकों की सीमा का आंकलन करने जा रहा है। इसके लिए एक्सपर्ट्स की मदद से अध्ययन कराया जाएगा ताकि यह तय किया जा सके कि प्रतिदिन कितने पर्यटक बिना अव्यवस्था उत्पन्न किये धाम में दर्शन कर सकते हैं। एक बार जब कैरिंग कैपेसिटी का डेटा सामने आ जाएगा तो उसके आधार पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम को लागू कर दिया जाएगा।
इसके अलावा चारधाम मार्ग की तरह कैंची धाम में भी हाई-रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि आने वाले हर यात्री की हेड काउंटिंग की जा सके। यह डेटा रियल टाइम में स्टोर होगा और इससे पर्यटकों की संख्या का सटीक विश्लेषण किया जा सकेगा। कैंची धाम, नीम करोली बाबा का प्रमुख आश्रम है जिन्हें हनुमान जी का भक्त माना जाता है । बाबा ने इस स्थान को 1960 के दशक में अपनी साधना और सेवा का केंद्र बनाया था।