देव दीपावली पर 25 लाख दीयों से रोशन होंगे काशी के घाट
देव दीपावली पर काशी में उत्तरवाहिनी गंगा के दोनों तटों पर दीपों की अद्भुत श्रृंखला रोशन होगी। महादेव की नगरी में अर्धचंद्राकार घाट करीब 25 लाख दीयों की माला से सजकर साक्षात दिव्यता का रूप धारण करेंगे। साथ ही गंगा पार रेत पर रंग, रोशनी और संगीत का समावेशी प्रदर्शन समस्त वातावरण को आलोकित करेगा। इसी के साथ पर्यटन विभाग सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है।
3-D प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो की अद्भुत झलक श्रद्धालुओं को कभी न भूलने वाला अनुभव कराएगी। 3 से 5 नवंबर 2025 तक काशी के चेत सिंह घाट और गंगा द्वार पर अत्याधुनिक 3D प्रोजेक्शन मैपिंग एवं लेजर शो होगा। इस मनमोहक प्रस्तुति में गंगा, काशी और देव दीपावली की पावन कथा को 25 मिनट के दर्शनीय अनुभव में पिरोया जाएगा।
इस बार देव-दीपावली पर वाराणसी के घाटों पर करीब 25 लाख दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। इसमें 10 लाख दीये राज्य सरकार की ओर से, जबकि बाकी दीप घाटों की स्थानीय समितियां रोशन करेंगी। यह प्रकाश उत्सव घाटों को दिव्यता और सौंदर्य से भर देगा। इससे गंगा तट और पूरे शहर का दृश्य भक्तों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन जाएगा।
काशी के गंगा तट केवल दीपों से नहीं, बल्कि आकाश तक फैली रोशनी से भी जगमगाने वाले हैं। लगभग डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र में 10 मिनट तक चलने वाला शानदार फायर क्रैकर्स शो औसत 200 मीटर ऊंचाई तक रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरेगा। यह देखने वालों को अलौकिक अनुभव देगा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों को पूरा करता यह अद्भुत नजारा काशी की सांस्कृतिक विरासत को नया आयाम देगा। इस वर्ष देव दीपावली के अवसर पर काशी में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने की संभावना है। 05 नवंबर को होने वाली देव दीपावली से पहले 01 से 04 नवंबर तक 'गंगा महोत्सव' होगा। इसमें स्थानीय कलाकार प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से काशी की परंपरा और कला की झलक देखने को मिलेगी।
पैराणिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव ने इसी दिन त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था । इस विजय की खुशी में देवताओं ने काशी में आकर दीप जलाकर खुशियां मनाई थीं। इसलिए, यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।