16 अगस्त से शुरू हुए जम्मू के माता वैष्णो देवी मंदिर में सारे चेहरे मास्क लगाए नजर आते हैं। संख्या कम है लेकिन जय माता दी के जयकारों का जोश वही है। पैदल या बैटरी कार से जाने वाले लोग एक दूसरे को देखकर जय माता दी से एकदूसरे को विश करते हैं। अब श्रद्धालुओं की संख्या रोजाना 5000 कर दी गई है।
इनमें से 4500 लोग जम्मू के होंगे और बाहरी राज्यों से केवल 500 श्रद्धालु। अभी तक रोजाना महज 2000 लोगों को अनुमति थी। इनमें बाहरी श्रद्धालुओं की संख्या मात्र 100 थी। इसे लेकर जल्दी ही मंदिर ट्रस्ट व्यवस्था लागू करने वाला है। वैष्णो देवी दर्शन के लिए हर श्रद्धालु के पास 48 घंटे पहले की कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट होना जरूरी है।
अगर कोरोना रिपोर्ट 48 घंटे से ज्यादा पुरानी है तो उसे मान्य नहीं किया जा रहा है। 10 साल से कम और 60 साल से अधिक आयु वालों को अनुमति नहीं दी जा रही है। श्रद्धालुओं का एंटीजन टेस्ट भी किया जा रहा है। 30 सितंबर तक की बुकिंग लगभग हो चुकी है। ऑनलाइन अनुमति लेकर आने वालों को ही प्रवेश दिया जा रहा है।