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कोरोना अपडेट : भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के कारण 670 लोगों की गई जान, वहीं 47 हजार 638 नए मामले आए सामने

देश में कोरोना वायरस का कहर अभी भी कायम है. हर दिन हजारों की संख्या में नए मामलो सामने आ रहे हैं. इस बीच, खबर आ रही है कि सर्दियों में इसके बढ़ने की उम्मीद लगाई जा रही है. भारत 24 घंटे में कोरोना के 47 हजार 638 नए केस मिले और 670 लोगों की जान गई. अब तक 84 लाख 11 हजार 724 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. इनमें 5 लाख 20 हजार 773 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 77 लाख 65 हजार 966 लोग ठीक हो चुके हैं. कोरोना के संक्रमण से अब तक 1 लाख 24 हजार 985 मरीजों की मौत हो चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अब तक देश में 77 लाख 65 हज़ार 966 लोग कोरोना वायरस को मात देने में सफल हुए हैं. बीते 24 घंटे के दौरान ही 54 हज़ार 157 मरीज़ों ने कोरोना को हराया है और अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर गए हैं. राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के ठीक होने की दर में और सुधार हुआ है और यह अब बढ़कर 92.20 प्रतिशत हो गया है.
बता दें कि देश के 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में उपाराधीन मरीजों की संख्या 20,000 से कम रह गई है. बयान में कहा गया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या पिछले सात दिनों से 6 लाख से कम हैं. देश में कुल इलाजरत मामलों के 78 प्रतिशत मामले 10 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में हैं. 51 प्रतिशत से अधिक इलाजरत मामले महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में हैं. मंत्रालय ने कहा कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या में गिरावट की प्रवृत्ति हर दिन बढ़ती जा रही है.
दिल्ली सरकार ने कोरोना के मद्देनजर सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या और बढ़ाने का फैसला लिया है. दिल्ली सरकार ने कोरोना के लिए आईसीयू बेड और समान्य बेड को ज्यादा बढ़ाने का निर्णय लिया है. बैठक में चर्चा की गई कि दिल्ली में कोरोना के केस लगातार बढ़ते देख मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की सभी तैयारियां पूरी कर लेनी चाहिये ताकि भविष्य में कोरोना के केस बढ़ते हैं, तो किसी मरीज को सरकारी अस्पतालों में बेड की कमी की वजह से परेशानी का सामना न करना पड़े.
स्वास्थ्य मंत्रालय नेअंतर्राष्ट्रीय आगमन के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. निर्देश के तहत सभी यात्रियों को निर्धारित यात्रा या शारीरिक रूप से कम से कम 72 घंटे पहले ऑनलाइन पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेरेशन देना होगा. उन्हें यात्रा से पहले एक अंडरटेकिंग देनी होगी, पोर्टल पर या नागरिक उड्डयन मंत्रालय को संबंधित एयरलाइनों के माध्यम से की वो सरकार के 14 दिनों के होम क्वारंटाइन, सेल्फ हैल्थ मॉनिटरिंग जैसे निर्णय का पालन करेंगे.