अयोध्या: सोमवार से शारदीय नवरात्र के पर्व की शुरुआत हो रही है और इसी दिन से दुर्गा पूजा महोत्सव की भी शुरुआत हो रही है। इस महोत्सव के मद्देनजर दुर्गा पूजा समिति द्वारा पंडालों को आखिरी रूप दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दुर्गा पूजा की तैयारियां जोर शोर पर है। इस वर्ष अयोध्या में 1808 जगहों पर माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। स्थापित किए जाने वाले जगहों पर पंडाल का भी निर्माण किया जा रहा है। नवरात्रि शुरू होने में दो दिन से भी कम का समय बचा है ऐसे में पंडाल के निर्माण को आख़िरी रूप दिया जा रहा है। पंडाल निर्माण के अलावा अयोध्या में इस वर्ष 309 स्थानों पर रामलीला का आयोजन किया जाएगा। आपको बता दें की अयोध्या में दुर्गा पूजा के आयोजन 50 साल पहले सन 1972 में शुरू किया गया था। फतेहगंज स्थित राम जानकी मंदिर और रामनगर छावनी में सबसे पहले इसकी शुरुआत की गई थी।
कोरोना महामारी के दो साल बाद आयोजित हो रहे दुर्गा पूजा महोत्सव को लेकर अयोध्या नगर के लोगों में उत्साह है। इस बार लोगों की उम्मीद है कि यह महोत्सव बहुत ही भव्य और ऐतिहासिक होगा। दुर्गा पूजा महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रशासन की ओर से भी तैयरियाँ की जा रही है। बात करें रामलीला की तो इस बार फ़िल्मी रामलीला के साथ साथ 309 जगहों पर भी रामलीला का आयोजन किया जाएगा। लक्ष्मणघाट पर होने वाले रामलीला में फ़िल्मी जगत के बड़े बड़े लोगों का आगमन होगा और उनके द्वारा ही इस रामलीला का मंचन किया जाएगा।
वही अगर पंडालों की बात करें तो नाका चुंगी और चौक की प्रतिमाएँ आकर्षण का मुख्य केंद्र होगी। इन पंडालों के निर्माण के लिए मुख्य तौर पर बंगाल,बिहार, झारखंड के कारीगरों को बुलाया गया है।