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आज होगा महाकाल लोक का लोकार्पण, 200 संतों की मौजूदगी में होगा लोकार्पण

उज्जैन: उत्तर प्रदेश में काशी विश्वनाथ के बाद एक और ज्योतिर्लिंग का नया रूप आज से श्रद्धालुओं को देखने को मिलेगा. उज्जैन में बने महाकाल लोक का लोकार्पण आज शाम 6:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया जायेगा. इस दौरान प्रधानमंत्री 200 संतों और 60 हजार लोगों की उपस्तिथि में लोकार्पण करेंगे. आपको बता दें कि महाकाल लोक को दो फेज में डेवलप किया जा रहा है जिसमे लगभग 856 करोड़ रूपये की खर्च की उम्मीद है. दोनों फेज के निर्माण के बाद महाकाल परिसर 2.8 हेक्टेयर से बढ़कर 47 हेक्टेयर का हो जायेगा. इसके अलावा महाकाल परिसर में 946 मीटर लम्बा कॉरिडोर है, जिसपर चलाकर श्रद्धालु गर्भगृह तक पहुंचेंगे. इस पूरे कार्यक्रम के दौरान उज्जैन को रंगबिरंगी रोशनी से सजाया गया है साथ ही महाकाल मंदिर परिसर को देश विदेश के फूलों से भी सजाया गया है. मंदिर के सजावट के लिए ख़ास तरह के फूल बंगलुरु सहित सात शहरों से मंगाया गया है. महाकाल मंदिर परिसर में होने वाले प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान भी श्रद्धालुओं को आम दिनों की तरह दर्शन की अनुमति होगी. 


प्रधानमंत्री के दौरे से पहले महाकाल लोक में SPG द्वारा कमान संभाल ली गई है और इस दौरान मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को कड़ी सुरक्षा जांच से गुजरना होगा. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान भी आम भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने से रोका नहीं जायेगा हालाँकि एक सीमित संख्या में ही लोगों को प्रवेश करने की अनुमति होगी. कार्यक्रम के समाप्ति पर प्रधानमंत्री इंदौर के रास्ते सड़क मार्ग से जा सकते हैं. बता दें कि उज्जैन में रात को हेलीकॉप्टर के उड़ने की सुविधा नहीं है इसी वजह से प्रधानमंत्री के सड़क मार्ग से होकर वापस जाने की संभावना है. प्रधानमंत्री के वापसी की संभावना को देखते हुए इंदौर-उज्जैन हाईवे को स्पेशल लाइट के माध्यम से सजाया गया है. 


महाकाल लोक के लोकार्पण में मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, केरल समेत 6 राज्यों के कलाकार प्रस्तुति देंगे  जहाँ गायक कैलाश खेर लोकार्पर्ण से पहले महाकाल स्तुति करेंगे. आयोजित होने वाले कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 40 देशों में किया जायेगा. इसके आलावा शिप्रा नदी के तट पर बड़ी स्क्रीन के माध्कयम से करीब एक लाख लोग कार्यक्रम को देखेंगे. महाकाल लोक के लोकार्पण के उपलक्ष्य पर प्रदेश के सभी बड़े शिव मंदिर पर सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन किये जायेंगे. टीकमगढ़ का बांदकपुर मंदिर, छतरपुर का जटाशंकर मंदिर आदि जगहों पर भी सीधा प्रसारण का आयोजन किया जायेगा.