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तिरुपति मंदिर के कपाट 2 दिन रहेंगे बंद, नहीं होंगे बालाजी के दर्शन

चित्तूर: साल 2022 के आखिर में पूरी दुनिया में सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों देखने को मिलेंगे. ज्योतिषों की माने तो 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण तो वहीं 8 नवम्बर को चंद्र ग्रहण रहेगा. इस दौरान सूर्य और चंद्र ग्रहण के मौके पर देश के प्रमुख मंदिरों के पट बंद रहेंगे.  आपको बता दें कि इस साल 24 अक्टूबर को पूरे भारत में दिवाली का पर्व मनाया जायेगा. ऐसे में 25 अक्टूबर को होने वाले सूर्य ग्रहण का महत्व और भी विशेष हो जाता है. हर किसी के दिमाग में एक ही बात चल रही है कि सूर्य ग्रहण वाले दिन उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना. अलग अलग मौके पर पड़ने वाले सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की वजह से विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर भी बंद रहेगा.

तिरुपति मंदिर से प्राप्त हुई जानकरी के मुताबिक मंदिर के पट 25 अक्टूबर और 8 नवंबर को 12 घंटे के लिए बंद रहेगा. बता दें कि सूर्य ग्रहण की वजह से मंदिर के कपाट सुबह 8:11 बजे से शाम के 7:30 तक बंद रहेगा. इस दौरान मंदिर में भक्तों के दर्शन पर पूरी तरह से मनाही होगी.  सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद ही मंदिर में किसी को भी दर्शन की अनुमति मिलेगी. 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण के मौके पर भी मंदिर के कपाट सुबह 8:40 बजे से शाम के 7:20 तक बंद रहेंगे. आपको बता दें कि मंदिर में प्रतिदिन होने वाले ‘कल्याणोत्सवम’ सहित बाकी सारे अनुष्ठान भी नहीं होंगे. मिली जानकारी के मुताबिक इस बार सूर्य और चंद्र ग्रहण के मौके पर देश के बाकी सारे प्रमुख मंदिर के भी कपाट बंद रखे जाएंगे.

ग्रहण के अवसर पर तिरुपति मंदिर के कपाट बंद होने से श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित होगा. ग्रहण काल के समाप्ति के बाद कपाट को विधिवत खोला जायेगा, इस दौरान मंदिर के कपाट को वैदिक मंत्रोचारण के साथ खोला जायेगा. आपको बता दें कि ग्रहण के दौरान मंदिर के पट बंद होंने के पीछे भी पौराणिक वजह है. शास्त्रों और पुराणों के अनुसार सूर्य या चंद्र ग्रहण से पूर्व सूतक काल में भगवान की मूर्तियों को स्पर्श नहीं किया जाता है और ऐसा करना बहुत ही अशुभ माना जाता है. यही कारण है कि सूतक लगने के साथ ही मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और पूजापाठ भी बंद कर दिए जाते हैं. इन्ही वजहों से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर मनाही होती है.