अमेठी : उत्तर प्रदेश के अमेठी से करीब 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है सिद्धपीठ दुर्गन भवानी धाम। ये मां दुर्गा का पवित्र धाम है। इस धाम की महिमा ऐसी है कि यहां दुनियाभर से लोग खींचे चले आते हैं। आज से ही नहीं बल्कि सदियों से ये धाम लोगों की आस्था का एक बड़ा केन्द्र है। माता का ये धाम इतना दिव्य है कि नेता क्या अभिनेता क्या हर कोई इस धाम पर अपना माथा टेकने आता है और मां दुर्गा का अशीर्वाद प्राप्त करता है। माता के इस धाम में हर सोमवार के साथ नवरात्री के दिनों में मेला का आयोजन भी किया जाता है। मंदिर परिसर में एक सरोवर भी है जहाँ लगे फूल भक्तों को आकर्षित करते हैं।
गौरीगंज रेलवे स्टेशन से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दुर्गन धाम में माँ को चढ़ने वाला पानी बेहद ही चमत्कारी है। इसकी खासियत जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। कहा जाता है कि माँ को चढ़ने वाले जल के इस्तेमाल से आँखों से जुड़ी जितनी भी बीमारियां हैं, उसका निवारण हो जाता है। कहा तो ये भी जाता है कि इस पवित्र जल के इस्तेमाल से सिर्फ आंखों की बीमारियां ही नहीं बल्कि शरीर की अन्य बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। देश के कोने-कोने से भक्त अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना के लिए आते हैं और मनोकामना पूरी होने के बाद यहाँ भंडारा, हवन-पूजन, मुंडन आदि करवाते हैं।
बात करें इस मंदिर के इतिहास की तो लगभग 2000 साल पहले अमेठी नरेश के पूर्वज महाराज माधव सिंह जी ने भ्रमण के दौरान माता की शक्ति देखी और फिर यहाँ मंदिर की स्थापना करवाई। मंदिर बनने के बाद से आजतक यहां हर रोज भक्तों का तांता लगा रहता है। कहते हैं कि जो भी माता के इस दरबार में आता है, वो खाली हाथ कभी वापस नहीं जाता। माता उसकी हर मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं।