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आज से शुरू हो गया खरमास, जानें क्या करें और क्या न करें...

आज से सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस काल को खरमास या मलमास कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार सूर्य देव ग्रहों के राजा माने जाते हैं जिनका प्रभाव हर जातक पर पड़ता है। इसलिए इस मास में शास्त्रों के अनुसार बताएं गए नियमों का पालन करना चाहिए ताकि हमारी जिंदगी में खुशहाली बनी रहे। 16 दिसंबर यानी आज से शुरु हो रहा है खरमास 14 जनवरी 2023 तक रहेगा। 15 जनवरी 2023 को मकर संक्रांति के दिन खरमास का समापन होगा और शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे।

खरमास में क्यों नहीं होते मांगलिक कार्य ?

शास्त्रों के अनुसार सूर्य जब बृहस्पति की राशि धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो इस दौरान वह अपने गुरु की सेवा में रहते हैं ऐसे में सूर्य का प्रभाव कम हो जाता है। साथ ही सूर्य की वजह से गुरु ग्रह का बल भी कमजोर होता है। शुभ कार्य के लिए इन दोनों ग्रहों का मजबूत होना जरूरी है। यही वजह है कि इसमें मांगलिक कार्य फलित नहीं होते इसलिए इसे अशुभ मास माना गया है।

क्या करें

  • इस महिने में व्यक्ति को सूर्य देव की प्रतिदिन पूजा करनी चाहिए। नियमित तौर पर स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और सूर्य मंत्र का जाप करें।
  • खरमास में भगवान विष्णु और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करनी चाहिए, इससे आपके कष्ट दूर होंगे और मनोकामनाएं पूरी होंगी।
  • गुरु ग्रह की पूजा खरमास में विशेष तौर पर करनी चाहिए क्योंकि इस समय उसका प्रभाव कम होता है, पूजा और मंत्रों का जाप करने से आपको सफलता, मान, सम्मान की प्राप्ति होगी।

क्या न करें

  • खरमास को एक अशुभ फल प्रदान करने वाला समय माना जाता है, ऐसे में आपको कोई बिजनेस, नया प्रोजेक्ट या कोई नया कार्य नहीं करना चाहिए।
  • खरमास में गृह प्रवेश, विवाह, सगाई, मुंडन, उपनयन संस्कार आदि नहीं करना चाहिए।
  • खरमास के समय में सूर्य देव को तिल और चावल की खिचड़ी का भोग लगाएं। दान पुण्य करें आपके काम सफल होंगे।

(रजत द्विवेदी)