भुट्टे तो हम शौक से खाते हैं लेकिन उसके बालों को हम फेंक देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं भुट्टे के बालों से बहुत सी बीमारियां दूर रहती हैं. भुट्टे के बाल यानी कॉर्न सिल्क से पेट, मलेरिया, सोरायसिस और दिल से संबंधित बीमारियों में इसका उपयोग होता है. साथ ही भुट्टे में विटामिन A,B और E, मिनरल्स और कैल्शियम काफी मात्रा में पाई जाती है.
पेशाब संबंधी इन्फेक्शन में फायदेमंद
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) सूक्ष्मजीवों से होने वाला संक्रमण है. अधिकांश यूटीआई बैक्टीरिया के कारण होते हैं लेकिन कभी-कभी यह फंगस और वायरस से भी फैलता है. यूटीआई को ठीक करने के लिए भुट्टे के बाल एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट के रूप में काम करता है. यह पेशाब की जलन को रोकता है. भुट्टे के बाल की चाय पीने से मूत्राशय और मूत्र मार्ग की सूजन ठीक होती है. इसके सेवन से पेशाब आता है और मूत्र मार्ग में बैक्टीरिया बनने का जोखिम कम होता है.
कोलेस्ट्रॉल कम होता है
इसका सेवन कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है. अध्ययन में पाया गया है कि इसका अर्क बैड कोलेस्ट्रॉल और कुल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. साथ ही यह गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है.
कम करता है ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए भुट्टे के बाल फायदेमंद साबित हो सकते हैं. मूत्रवर्धक होने के कारण यह ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक है. चूहों पर किए गए अध्ययन में ब्लड प्रेशर के स्तर में गिरावट देखी गई. इसका कारण था भुट्टे के बाल के अर्क से एंजियोटेनसिन-कंवर्टिंग एंजाइम की गतिविधि कम होना.
मोटापे से राहत
भुट्टे के बाल मोटापे से छुटकारा दिलाने में सहायक हो सकते हैं. शरीर में वॉटर रिटेंशन और विषाक्त पदार्थों के जमने की वजह से कुछ लोग मोटापे से ग्रसित हो जाते हैं. भुट्टे के बाल इन चीजों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं और इससे वजन घटने की प्रक्रिया बढ़ती है.
इन बातों का भी रखें ध्यान
भुट्टे के बाल को पानी में तब तक उबाल कर तैयार किया जाता है जब तक कि मात्रा आधी न हो जाए. इसका सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. जिन लोगों को भुट्टे से एलर्जी है, वे इसका नियमित सेवन करने से पहले डॉक्टर की राय लें. गर्भवती महिलाओं को इसका सीमित सेवन करना चाहिए या स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए. इसके साथ ही डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, लो ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी सीमित मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए.
क्या आप जानते है भुट्टे के बाल ये अचुक फायदे...
भुट्टे तो हम शौक से खाते हैं लेकिन उसके बालों को हम फेंक देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं भुट्टे के बालों से बहुत सी बीमारियां दूर रहती हैं. भुट्टे के बाल यानी कॉर्न सिल्क से पेट, मलेरिया, सोरायसिस और दिल से संबंधित बीमारियों में इसका उपयोग होता है. साथ ही भुट्टे में विटामिन A,B और E, मिनरल्स और कैल्शियम काफी मात्रा में पाई जाती है.
पेशाब संबंधी इन्फेक्शन में फायदेमंद
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) सूक्ष्मजीवों से होने वाला संक्रमण है. अधिकांश यूटीआई बैक्टीरिया के कारण होते हैं लेकिन कभी-कभी यह फंगस और वायरस से भी फैलता है. यूटीआई को ठीक करने के लिए भुट्टे के बाल एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट के रूप में काम करता है. यह पेशाब की जलन को रोकता है. भुट्टे के बाल की चाय पीने से मूत्राशय और मूत्र मार्ग की सूजन ठीक होती है. इसके सेवन से पेशाब आता है और मूत्र मार्ग में बैक्टीरिया बनने का जोखिम कम होता है.
कोलेस्ट्रॉल कम होता है
इसका सेवन कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है. अध्ययन में पाया गया है कि इसका अर्क बैड कोलेस्ट्रॉल और कुल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. साथ ही यह गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है.
कम करता है ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए भुट्टे के बाल फायदेमंद साबित हो सकते हैं. मूत्रवर्धक होने के कारण यह ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक है. चूहों पर किए गए अध्ययन में ब्लड प्रेशर के स्तर में गिरावट देखी गई. इसका कारण था भुट्टे के बाल के अर्क से एंजियोटेनसिन-कंवर्टिंग एंजाइम की गतिविधि कम होना.
मोटापे से राहत
भुट्टे के बाल मोटापे से छुटकारा दिलाने में सहायक हो सकते हैं. शरीर में वॉटर रिटेंशन और विषाक्त पदार्थों के जमने की वजह से कुछ लोग मोटापे से ग्रसित हो जाते हैं. भुट्टे के बाल इन चीजों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं और इससे वजन घटने की प्रक्रिया बढ़ती है.
इन बातों का भी रखें ध्यान
भुट्टे के बाल को पानी में तब तक उबाल कर तैयार किया जाता है जब तक कि मात्रा आधी न हो जाए. इसका सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. जिन लोगों को भुट्टे से एलर्जी है, वे इसका नियमित सेवन करने से पहले डॉक्टर की राय लें. गर्भवती महिलाओं को इसका सीमित सेवन करना चाहिए या स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए. इसके साथ ही डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, लो ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी सीमित मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए.