शारदीय नवरात्र के दौरान विंध्यधाम आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने बुधवार की शाम विंध्याचल के भारतीय स्टेट बैंक चौराहा स्थित प्रशासनिक भवन पर बैठक कर दस अक्टूबर तक सारी तैयारियां पूर्ण करने का निर्देश दिया। हालांकि अभी शासन से कोई आदेश नहीं आया है फिर भी प्रशासन अपने स्तर पर व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने में जुट गया है। श्रीविंध्य पंडा समाज के साथ अघोषित शारदीय नवरात्र मेले की यह प्रथम बैठक थी।
17 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 25 अक्टूबर तक चलने वाले शारदीय नवरात्र मेले की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि बिजली, पानी, साफ-सफाई व गंगा घाटों पर सुरक्षा से लेकर खाद्य आपूर्ति एवं यातायात इत्यादि की व्यवस्था चाक-चौबंद कर ली जाए, ताकि सुचारू रूप से मेला प्रारंभ हो सके। इस वर्ष वासंतिक नवरात्र के दौरान श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन नहीं कर सके थें। दरअसल कोरोना के चलते वासंतिक नवरात्र के पहले ही 20 मार्च से विंध्यवासिनी मंदिर को बंद कर दिया गया था और श्रद्धालुओं के आने पर भी रोक लगा दी गई थी इसलिए श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी का दीदार नहीं कर सके थें लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। प्रशासन ने शारदीय नवरात्र की तैयारियों को लेकर कमर कस ली है और समस्त विभागों के अधिकारियों को दस अक्टूबर तक तैयारियां पूर्ण करने के लिए सख्य हिदायत के साथ निर्देश दिया है। जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने कहा कि अगली समीक्षा बैठक के दौरान मेले की तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। यह एक अघोषित मेला है, अभी तक शासन से कोई आदेश नहीं आया है फिर भी मेले की तैयारियां शुरू कर दी गई है। कोरोना से बचाव के लिए सरकार के गाइडलाइन के अनुसार शारीरिक दूरी के साथ ही सावधानी व सतर्कता बरतने की अपील की है।