कुंभ मेले में जाने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है। कोरोना महामारी के कारण यह निर्णय लिया गया है। उत्तराखंड शासन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कुंभ के लिए जारी की गई एसओपी को लागू करते हुए यह प्रावधान किया है।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओमप्रकाश द्वारा विभिन्न विभागों व कुंभ मेला अधिकारी को प्रेषित की गई एसओपी के मुताबिक, हरिद्वार कुंभ मेले के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हो गया है। श्रद्धालुओं को अपना रजिस्ट्रेशन वेब पोर्टल के जरिये कराना होगा।
आरटीपीसीआर जांच
श्रद्धालुओं को कुंभ मेले में हरिद्वार आने से आने से 72 घंटे पहले आरटीपीसीआर जांच करवानी होगी। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही श्रद्धालु कुंभ के दौरान हरिद्वार आ सकेंगे।
विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करना होगा. जो श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवाएंगे, उन्हें कुंभ मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
28 दिन का कुंभ
हरिद्वार में आयोजित होने वाला कुंभ मेला इस बार कोरोना महामारी के मद्देनजर केवल 28 दिन का होगा। उत्तराखंड सरकार ने साधु संतों से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया है। कुंभ मेला एक अप्रैल से 28 तक आयोजित किया जाएगा।
कुंभ में हरिद्वार आने के लिए श्रद्धालुओं को अपना मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट भी राज्य सरकार की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। इसके बाद ही उन्हें कुंभ के लिए ई-पास व ई-परमिट जारी किया जाएगा। ई-पास मिलने पर श्रद्धालु कुंभ मेले में जा सकेंगे। सरकारी अधिकारी ई-पास की आकस्मिक जांच भी करेंगे।