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मंदिरों में रखा सोना चाँदी को बदला जाएगा सिक्कों में, हिमाचल प्रदेश सरकार के अधीन मंदिरों में होगा यह कार्य 

हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में सरकार द्वारा एक अनोखी पहल की जा रही है जिसके अंतर्गत राज्य सरकार के अधीन जितनी भी मंदिरें हैं उसके अंदर मौजूद सोने और चाँदी का इस्तेमाल किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा इन सोने और चाँदी को सिक्कों के रूप में बदला जा रहा है, जिसके बाद श्रद्धालु इसे खरीद भी पाएंगे। इसके सम्बंध में सरकार द्वारा सभी जिले के DC को निर्देश दे दिए गए हैं। सोने चाँदी को सिक्के के रूप में परिवर्तित करने के लिए माइन एंड मिनरल्स ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन के साथ MOU साइन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि परिवर्तित किए सिक्कों को छह महीने के बाद श्रद्धालुओं को बेचा जाएगा। 

आपको बता दें की हिमाचल प्रदेश सरकार के अंतर्गत कुल 34 मंदिर आते हैं जहाँ प्रति वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुँचते हैं जो अपने अनुसार इन मंदिरों में चढ़ावे के रूप में सोना चाँदी का दान करते हैं। सरकार द्वारा इस उठाए गए कदम के पीछे की वजह सालों से पड़े सोना चाँदी का इस्तेमाल ना हो पाना है। स्टोर में कई साल से यह इक्कठा है। इन 34 मंदिरों में सबसे ज्यादा चिंतपूर्णी मंदिर में सोना है। बताया जा रहा है कि इस मंदिर में कुल 1.98 क्विंटल सोना स्टोर है जबकि 72.92 क्विंटल चाँदी नैना देवी मंदिर में स्टोर है। इस क्रम में कैश के रूप में सबसे ज्यादा 16.66 करोड़ रुपए बाबा बालक नाथ मंदिर के पास हैं। हिमाचल प्रदेश में 180 करोड़ रुपए से अधिक के सोना और चाँदी मंदिरों में उपलब्ध हैं जिसमें 10 क्विंटल सोना 160 क्विंटल चाँदी के भंडार हैं। इन सोने चाँदी को सिक्के के रूप में तब्दील किया जाएगा हालाँकि बताया जा रहा है कि मंदिर में रखा 50 फ़ीसदी को ही सिक्के में बदला जाएगा और बाक़ी बचे हुए को मंदिर के इंटरनल इस्तेमाल और रिजर्व में रखा जाएगा और इनमे से कुछ सोने और चाँदी को SBI के गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत रिजर्व रखा जाएगा।