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दशहरे में रावण के पुतला दहन पर भी कोरोना संक्रमण का साया पड़ गया है। रायपुर और भिलाई जिला प्रशासन ने इसको लेकर गाइड लाइन जारी कर दी है। 29 प्वाइंट जारी किए गए इस निर्देश में कहा गया है कि 10 फीट से ज्यादा रावण के पुतले की ऊंचाई नहीं हो सकती है। वहीं कंटेनमेंट जोन में कार्यक्रम नहीं होगा।
पूजन से लेकर दहन तक के बताए गए नियम
- रावण सहित अन्य पुतलों की ऊंचाई 10 फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
- पुतला दहन किसी बस्ती और रहवासी इलाके में नहीं होगा।
- पुतला दहन खुले स्थान पर ही किया जाएगा।
- पुतला दहन कार्यक्रम में मुख्य पदाधिकारी सहित 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं।
- आयोजन के दौरान केवल पूजा करने वाले लोग ही शामिल रहेंगे। भीड़ होने पर आयोजक की जिम्मेदारी होगी।
- पुतला दहन के दौरान वीडियोग्राफी करानी होगी और आने वाले हर व्यक्ति का नाम, पता, मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।
- आयोजन समिति को कार्यक्रम स्थल पर 4 सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे। जिससे किसी के संक्रमित होने पर कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा सके।
- आयोजकों को सोशल मीडिया पर पहले से यह जानकारी देनी होगी कि कोविड-19 के कारण कार्यक्रम सीमित रूप से किया जाएगा।
- आयोजन में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य होगा।
- रावण दहन स्थल से 100 मीटर के दायरे में अनिवार्य रूप से बैरिकेडिंग करनी होगी।
- आयोजन के दौरान किसी भी तरह के वाद्य यंत्र या म्युजिक सिस्टम बजाने की अनुमति नहीं होगी।
- अगर कोई व्यक्ति पुतला दहन कार्यक्रम के बाद संक्रमित हुआ तो उसके इलाज का खर्च समिति उठाएगी।
- एक आयोजन स्थल से दूसरे की दूरी कम से कम 500 मीटर होगी।
सबसे बड़े रावण की जगह संकेतिक पुतले का दहन
प्रदेश के सबसे बड़े रावण के पुतले का दहन रायपुर की डब्लूआरएस कॉलोनी मैदान, रावण भाठा और बीटीआई ग्राउंड में किया जाता है। इस बार यहां पर सिर्फ सांकेतिक रूप से रावण पुतले के दहन की तैयारी की जा रही है। यहां बहुत छोटे आकार के पुतले को जलाया जाएगा। कुछ समितियों ने तो इस बार रावण दहन करने से ही मना कर दिया है।