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कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है गुरु नानक जयंती, जानिए इसका महत्व

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु नानक जयंती मनाई जाती है. गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरु माने जाते हैं. कहा जाता है कि बचपन से ही गुरु नानक देव का आध्यात्मिकता की तरफ काफी रुझान था और वह सत्संग और चिंतन में लगे रहते थे. गुरु नानक की शिक्षाएं गुरु नानक की शिक्षाएं आज भी सही रास्ते में चलने वाले लोगों का मार्ग दर्शन कर रही हैं. इनके अनुयायी इन्हें नानक और नानक देव, बाबा नानक और नानक शाह जी जैसे नामों से संबोधित करते हैं. कई चमत्कारिक घटनाओं की वजह से ये 7-8 साल की उम्र में ही काफी प्रसिद्ध हो गए थे. आइए गुरु नानक जयंती से पहले जानते हैं उनकी 10 बड़ी शिक्षाओं के बारे में. गुरुजी की 10 शिक्षाएं 1- परम-पिता परमेश्वर एक है. 2- हमेशा एक ईश्वर की साधना में मन लगाओ. 3- दुनिया की हर जगह और हर प्राणी में ईश्वर मौजूद हैं. 4- ईश्वर की भक्ति में लीन लोगों को किसी का डर नहीं सताता. 5- ईमानदारी और मेहनत से पेट भरना चाहिए. 6- बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न ही किसी को सताएं. 7- हमेशा खुश रहना चाहिए, ईश्वर से सदा अपने लिए क्षमा याचना करें. 8- मेहनत और ईमानदारी की कमाई में से जरूरत मंद की सहायता करें. 9- सभी को समान नज़रिए से देखें, स्त्री-पुरुष समान हैं. 10 - भोजन शरीर को जीवित रखने के लिए आवश्यक है. परंतु लोभ-लालच के लिए संग्रह करने की आदत बुरी है.