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विध्यांचल में माँ विंध्यवासिनी के दर्शन को बनाए गए तीन एंट्री पॉइंट

मिर्ज़ापुर: शारदीय नवरात्री को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी है। बता दे मां दुर्गा के भव्य पंडाल भी तैयार हो चुके है अब भक्तों को इंतज़ार है सोमवार का जब सुबह मंदिर में जाकर मां को जल चढ़ाकर उनकी आराधना करेंगे। मां विंध्यवासिनी मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है। इसके लिए देश के ही कई महानगरों से फूल मंगाए गए हैं। इसके अलावा दिल्ली से भी कारीगरों को मंदिर सजाने के लिए बुलाया गया है। नवरात्री को लेकर भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बता दें यूपी के मिर्ज़ापुर के विध्यांचल में स्थित मां विंध्यवासिनी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए तीन एंट्री प्वाइंट बनाए गए हैं। अब न्यू वीआइपी मार्ग, जयपुरिया गली व थाना कोतवाली रोड से लोग मंदिर की ओर प्रवेश करेंगे। मंदिर के दर्शन-पूजन करने के बाद तीनों ओर से निकास द्वार मंदिर के पूर्व की तरफ किया गया है जो थाना कोतवाली रोड जाती है। इसको भी तीन भागों में विभाजित किया गया है। यहां से बैरिकेंडिंग किए गए रास्तों के माध्यम से लोग जहां से आए थे उधर ही निकल जाएंगे। मंदिर में न्यू वीआइपी से पुरोहित अपने यजमानों को प्रथम गर्भ गृह तक ले जाएंगे। जहां दर्शन-पूजन कराएंगे। इसके अलावा न्यू वीआइपी से वीआइपी के लिए एक रास्ता रहेगा जहां से वीआइपी मां के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। इसके अलावा एक लाइन सामान्य श्रद्धालुओं के लिए भी रहेगी। जयपुरिया गली से दूसरा एंट्री प्वाइंट बनाया गया है। वहीं दिव्यांगजन के लिए फैसिलिटेशन सेंटर बनाया जाएगा। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को व्हीलचेयर की मदद से दर्शन-पूजन कराने का भी निर्णय लिया गया है।

 

यहां एक जयपुरिया गली से और दूसरे पक्का घाट से होकर श्रद्धालु गर्भ गृह द्वितीय में पहुंचेंगे जहां मां के दर्शन भक्त कर सकेंगे। इसके साथ ही साथ  तीसरा एंट्री प्वाइंट थाना कोतवाली रोड से बनाया गया है। इस रास्ते से आने वाले श्रद्धालु केवल झांकी दर्शन ही कर पाएंगे। जानकारी के लिए बता दे श्रद्धालुओं को धूप से बचाने के लिए टेंट भी लगाए गए है। वहीं जमीन पर नीचे मैट बिछाई गई है। इसके अलावा पंखों की भी व्यवस्था की जाएगी। यदि किसी श्रद्धालु के पास मोबाइल फोन है तो वह मंदिर के अंदर प्रयोग नहीं कर पाएंगे। प्रशासन द्वारा गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए कुछ घाटों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। श्रद्धालु सिर्फ अखाड़ा घाट, दीवान घाट, दुर्गा घाट व पक्का घाट पर ही स्नान कर सकेंगे। शेष घाटों पर सुरक्षा की दृष्टि से प्रतिबंध लगा दिया गया है।