107 Views
नवरात्रि का त्योहार शुरू होने वाले हैं. इसमें मां के भक्त पूरे नौ दिन व्रत रहते हैं और फलहार खाते हैं। जिसमें ज्यादार ये देखा जाता हैं कि लोग मखाना खाना ज्यादा पसंद करते हैं. कोई भी व्रत या उपवास हो उसमें मखानों इस्तेमाल होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देखने में बेहद ही हल्के दिखने वाले मखाने बहुत सारे औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। जो हमें कई बीमारियों से बचाते हैं. इसका रोज सेवन करने से हमें सेहत से जुड़े कई सारे फायदे होते हैं। हमें इसे चाहे तो सुबह नाश्ते के रूप में या फिर शाम को स्नैक्स के रूप में इसे खा सकते हैं। आज हम आपको मखाने खाने के फायदे के बारे में बता रहे हैं। जिससे आप मखाने का सेवन कर खुद को कई सारी बीमारियों से बचा सकें।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत
जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उन्हें मखानों का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। यह न केवल उनके ब्लड प्रेशर को संतुलित बनाए रखेगा बल्कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर के कारण होने वाले जोखिम से भी सुरक्षा प्रदान करेगा। दरअसल, मखाने में मैग्नीशियम की मात्रा पाई जाती है। यह एक ऐसा मिनरल है जो शरीर के ब्लड प्रेशर को संतुलित बनाए रखने में मददगार साबित होता है।
हड्डियों को मजबूत बनाने में
बुजुर्ग लोग दिन में दो बार मखाने का सेवन कर सकते हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसमें कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। यह बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों को कमजोर होने से बचाने में काफी मददगार साबित होगा। जबकि अन्य आयु वर्ग के लोग भी इसे हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए एक लाभदायक खाद्य पदार्थ के रूप में खा सकते हैं।
खून की कमी नहीं होगी
जिन लोगों के शरीर में खून की कमी हो जाती है वह अक्सर दिनभर थका हुआ महसूस करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह खून की कमी का शुरुआती लक्षण है। वहीं, मखाने में पर्याप्त रूप से आयरन की मात्रा पाई जाती है। मखाने के जरिए आयरन का सेवन करने के कारण शरीर में खून की कमी का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा।
डायबिटीज के मरीजों के लिए
डायबिटीज से जूझ रहे लोग भी मखाने का सेवन कर सकते हैं। के अनुसार मखानों में लो ग्लाईसेमिक इंडेक्स होता है। यह एक ऐसा गुण है जो डायबिटीज के कारण होने वाले जोखिम को कम करने के लिए सक्रिय रूप से मदद करता है। इसलिए अगर आपके घर में भी कोई डायबिटीज से पीड़ित है तो उसे मखाने का सेवन करने की सलाह दी जा सकती है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
मखाने का सेवन करने वाले लोगों के शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की भी मात्र पर्याप्त रूप से पहुंचेगी। ऐसा इसलिए मुमकिन हो सकता है क्योंकि एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार मखाने में एंटीऑक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। एंटी ऑक्सीडेंट मुख्य रूप से हमारे शरीर की त्वचा को निखारने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने का कार्य करता है।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत
जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उन्हें मखानों का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। यह न केवल उनके ब्लड प्रेशर को संतुलित बनाए रखेगा बल्कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर के कारण होने वाले जोखिम से भी सुरक्षा प्रदान करेगा। दरअसल, मखाने में मैग्नीशियम की मात्रा पाई जाती है। यह एक ऐसा मिनरल है जो शरीर के ब्लड प्रेशर को संतुलित बनाए रखने में मददगार साबित होता है।
हड्डियों को मजबूत बनाने में
बुजुर्ग लोग दिन में दो बार मखाने का सेवन कर सकते हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसमें कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। यह बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों को कमजोर होने से बचाने में काफी मददगार साबित होगा। जबकि अन्य आयु वर्ग के लोग भी इसे हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए एक लाभदायक खाद्य पदार्थ के रूप में खा सकते हैं।
खून की कमी नहीं होगी
जिन लोगों के शरीर में खून की कमी हो जाती है वह अक्सर दिनभर थका हुआ महसूस करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह खून की कमी का शुरुआती लक्षण है। वहीं, मखाने में पर्याप्त रूप से आयरन की मात्रा पाई जाती है। मखाने के जरिए आयरन का सेवन करने के कारण शरीर में खून की कमी का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा।
डायबिटीज के मरीजों के लिए
डायबिटीज से जूझ रहे लोग भी मखाने का सेवन कर सकते हैं। के अनुसार मखानों में लो ग्लाईसेमिक इंडेक्स होता है। यह एक ऐसा गुण है जो डायबिटीज के कारण होने वाले जोखिम को कम करने के लिए सक्रिय रूप से मदद करता है। इसलिए अगर आपके घर में भी कोई डायबिटीज से पीड़ित है तो उसे मखाने का सेवन करने की सलाह दी जा सकती है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
मखाने का सेवन करने वाले लोगों के शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की भी मात्र पर्याप्त रूप से पहुंचेगी। ऐसा इसलिए मुमकिन हो सकता है क्योंकि एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार मखाने में एंटीऑक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। एंटी ऑक्सीडेंट मुख्य रूप से हमारे शरीर की त्वचा को निखारने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने का कार्य करता है।