पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान श्रद्धालु पंडालों के अंदर नहीं जा पाएंगे। कोलकाता हाईकोर्ट ने सोमवार को यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि पंडालों में सिर्फ आयोजकों को जाने की इजाजत होगी। उनके लिए भी संख्या तय की गई है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिए गए आदेश के मुताबिक, छोटे पंडालों में 15 और बड़े पंडालों में 25 लोग ही जा सकेंगे। पश्चिम बंगाल में 5 दिन चलने वाली दुर्गा पूजा गुरुवार से शुरू होने वाली है।
लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने कहा कि सभी पंडालों के बाहर एंट्री पॉइंट पर बैरिकेडिंग की जाए। बैरिकेड्स की दूरी छोटे पंडाल से 5 मीटर और बड़े पंडालों से 10 मीटर रखी जाए। अदालत ने कहा कि कोलकाता शहर में 3000 से ज्यादा पंडाल हैं और यहां पर भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी नहीं हैं।
राज्य में अब तक 6000 से ज्यादा मौतें
पश्चिम बंगाल में अब तक कोरोना महामारी से 6000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। रविवार को 64 और लोगों ने दम तोड़ा। साथ ही रिकॉर्ड 3,983 मामले सामने आए। राज्य में मरीजों की कुल संख्या 3 लाख 21 हजार पहुंच गई है।
दुनियाभर में मशहूर है बंगाल की दुर्गा पूजा
पश्चिम बंगाल में होने वाली दुर्गा पूजा की भव्यता पूरी दुनिया में मशहूर है। यहां हर साल 37 हजार से ज्यादा पंडाल सजाए जाते हैं। दुर्गा पूजा के दौरान कारोबार को भी काफी बढ़ावा मिलता है।