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पीएम मोदी ने की पावन पथ वेबसाइट लांच, कराएगी काशी की पौराणिक यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान राजघाट पर आयोजित देव दीपावली कार्यक्रम में "पावन पथ" वेबसाइट लांच की। यह वेबसाइट दुनिया की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक राजधानी काशी के ऐतिहासिक एवं अति पौराणिक मंदिरों के पावन पथ की अविस्मरणीय यात्रा कराएगी।

वेबसाइट पर काशी के भैरव यात्रा, नव गौरी यात्रा, नव दुर्गा यात्रा, अष्टविनायक यात्रा, अष्टप्रधान विनायक यात्रा, द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा, काशी विष्णु यात्रा, द्वादश आदित्य यात्रा, काशी में स्थित चार धाम यात्रा और काशी के एकादश विनायक यात्रा का विस्तार से वर्णन कर प्रस्तुत किया गया है।

गौरतलब है कि सरकार ने काशी में द्वादश ज्योतिर्लिंग से लेकर अष्टभैरव, नौ गौरी-दुर्गा और 11 रुद्र विनायक मंदिरों को एक-दूसरे से जोड़ने वाले पावन पथ को बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर को केंद्र में रखकर बनने वाले पावन पथ में सभी मंदिरों को एक दूसरे से जोड़ पूरे इलाके को विकसित किया जाना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काशी के प्रमुख और पौराणिक-ऐतिहासिक मंदिरों को जोड़ने की योजना बनाई है। पर्यटन विभाग और नगर निगम की इस योजना के तहत श्रद्धालु और पर्यटक काशी दर्शन कर सकेंगे। 25 अक्तूबर को उन्होंने पावन पथ बनाने की घोषणा की थी।

पावन पथ योजना के तहत सड़कों-गलियों को दुरुस्त करने के साथ बेहतर लाइटिंग, पेयजल आदि व्यवस्थाएं दी जाएंगी। पूरे पथ में पड़ने वाली बनारस की खास चीजों और व्यंजनों के बारे में भी पर्यटकों को जानकारी मिलेगी। पर्यटन के नक्शे में भी इस पथ को जगह मिलेगी।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि काशी का सेवक होने के नाते यहां की दिक्कतें कम करने और लोगों का जीवन आसान बनाने का प्रयास करता रहूंगा। नौ माह बाद अपने संसदीय क्षेत्र में पहुंचे प्रधानमंत्री ने मिर्जामुराद के खजुरी में बनारस के राजातालाब और प्रयागराज के हंडिया के बीच हाईवे पर 73 किमी की दूरी में बने सिक्सलेन का लोकार्पण किया। इसका निर्माण 2447 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है।

राजघाट पर देवदीपावली महोत्सव का शुभारंभ करने के बाद वहीं संत रविदास मंदिर में संत की प्रतिमा पर श्रद्धा के पुष्प अर्पित किए। लाखों दीयों से सजे गंगा के घाटों की क्रूज पर सवार होकर सुंदरता निहारी। फिर सारनाथ में भगवान बुद्ध के जीवन पर आधारित लाइट एंड साउंड शो देखा।

खजुरी और राजघाट की सभाओं में पीएम ने काशी में पिछले छह वर्षों के दौरान में काशी में हुए और हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज काशी महादेव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा की भांति चमक रही है। उन्होंने कहा कि आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास का असर किसानों, लघु व मध्यम श्रेणी के उद्यमियों पर भी पड़ता है। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलते हैं।

इसी क्रम में नए कृषि कानूनों की चर्चा करते हुए कहा कि ये कानून किसानों को छल से मुक्ति दिलाने वाले और उन्हें कानूनी संरक्षण देने वाले हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों को नए विकल्प देने से ही देश का कायाकल्प होगा। उन्होंने भरोसा जताया कि अन्नपूर्णा की कृपा से हमारा अन्नदाता आत्मनिर्भर भारत की अगुवाई करेगा।