दुनियाभर के लिए ये साल बहुत खराब साबित हुआ. क्योंकि कोरोना वायरस जैसी महामारी ने पूरी दुनिया को तोड़ दिया. हालांकि अब इसकी रफ्तार धीमी होती दिख रही है. लेकिन अभी भी इसका खतरा बरकरार है. वहीं, दूसरी तरफ इस बीमारी पर जीत हासिल करने के लिए कई देश कोरोना वैक्सीन को इमरजेंसी और रेगुलर अप्रुवल दे चुकी हैं. अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और जर्मनी की बायोएनटेक को ब्रिटेन और बहरीन के बाद आब कनाडा ने भी मंजूरी दे दी है. साथ ही यूएई ने चीनी कंपनी सिनोफार्म को कोरोना वैक्सीन की मंजूरी दे दी है.
अमेरिका की दवा कंपनी फाइजर को सबसे पहले ब्रिटेन में इस्तेमाल का अप्रूवल मिला था. वहां पर बड़ी तादाद में लोगों का टीकाकरण भी शुरू हो चुका है. इसके अलावा फाइजर के वैक्सीन के इस्तेमाल की बहरीन ने भी अपने यहां पर इजाजत दे दी है. साथ ही कनाडा में फाइडर को मंजूरी मिलने के बाद कोरोना वैक्सीन लगने की प्रक्रिया तेज हो गई है.