कोरोना वायरस से बचाव के लिए कोविशील्ड भले ही देश का पहला टीका बन गया है, लेकिन भविष्य में इसके साथ स्वदेशी टीके को भी लाया जाएगा। विशेषज्ञ समिति की ओर से कोविशील्ड को शर्तों के साथ इस्तेमाल की अनुमति देने की सिफारिश की गई है। वहीं, भारत बायोटेक से भी समिति ने जल्द से जल्द तीसरा परीक्षण पूरा करने के लिए कहा है।
परीक्षण जल्द खत्म करने के निर्देश
अभी हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीका पर तीसरे चरण का परीक्षण चल रहा है, लेकिन कई जगहों पर वॉलंटियर कम होने की वजह से इसमें देरी हो रही है। अगर दिल्ली एम्स की बात करें तो यहां 1500 लोगों को परीक्षण में शामिल किया जाना था और 31 दिसंबर तक परीक्षण पूरा करना था।
हालांकि, अब तक सिर्फ 500 लोगों का ही पंजीयन हो पाया है। इसके चलते पंजीयन की अंतिम तिथि भी आगे बढ़ानी पड़ी। भारतीय दवा महानियंत्रक के ही एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोविशील्ड से जुड़े सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सभी दस्तावेज पूरे हैं। समिति की ओर से कोविशील्ड को अनुमति देने की सिफारिश की गई है, लेकिन भारत बायोटेक से भी जल्द ही परीक्षण पूरा करने के लिए कहा है।