हिन्दी पंचांग के अनुसार फरवरी का महीना बेहद खास रहने वाला है। इस महीने में 5 बड़े त्योहार मनाए जाएंगे। अगर हम हिन्दी पंचांग की बात करें तो अभी 11वां महीना माघ चल रहा है। इस महीने में पवित्र नदियों में स्नान, सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने का और मंत्र जाप करने की परंपरा है।
7 और 23 फरवरी को एकादशी
इस माह में 7 और 23 फरवरी को एकादशी का व्रत किया जाएगा। 7 फरवरी को षट्तिला एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन विष्णु पूजा के अलावा तिल का दान करने की और तिल का उबटन लगाकर स्नान करने का विशेष महत्व है। इस तिथि पर खाने में तिल का सेवन करें।
11 फरवरी को मौनी अमावस्या
माघ मास की अमावस्या पर मौन रहकर पूजा-पाठ करने की परंपरा है। कुछ लोग इस तिथि पर मौन रहकर ध्यान, तप, जाप करते हैं। अमावस्या पर पितरों के लिए धूप-ध्यान और तर्पण आदि शुभ काम करना चाहिए। इस दिन जरूरत लोगों को धन और अनाज दान करें। पीपल को जल चढ़ाएं और परिक्रमा करें।
12 फरवरी से शुरू होगी गुप्त नवरात्रि
12 फरवरी को सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इसे कुंभ संक्रांति कहते हैं। संक्रांति पर पवित्र नदियों में स्नान करने और सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। इसी दिन से नौ दिवसीय गुप्त नवरात्रि भी शुरू हो रही है। इन दिनों में देवी मां की गुप्त साधनाएं की जाती हैं।
16 फरवरी को वसंत पंचमी
वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती का प्रकट उत्सव मनाया जाता है। माता को सफेद फूल चढ़ाएं और धूप-दीप जलाकर पूजा करें। जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाई के लिए अपनी शक्ति के अनुसार धन और किताबों का दान करें।
27 फरवरी को माघ पूर्णिमा
फरवरी के अंत 27 तारीख को माघ मास की अंतिम तिथि पूर्णिमा रहेगी। इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा करने का महत्व काफी अधिक है। सुबह स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य चढ़ाएं। किसी मंदिर हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। इस पूर्णिमा पर नदी में स्नान करने के बाद दान-पुण्य करने की परंपरा है।