जो चीजें हमें आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं हम उनकी परवाह नहीं करते हैं। ऐसा ही कुछ पानी के साथ भी है। अब महाकुंभ मेले में पानी और खाने की बर्बादी को रोकने की कोशिशें शुरू कर दी गई हैं। बचे हुए खाने से मिथेन गैस तैयार की जाएगी और मेला क्षेत्र में लगने वाले अत्याधुनिक तकनीक के वाटर एटीएम से फिल्टर के बाद बेकार बहने वाला पानी दोबारा से फिल्टर मशीन में चला जाएगा। इससे पानी को शुद्ध करने में बिजली की खपत भी कम होगी। महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की ओर से होटलों में काफी मात्रा में खाना प्लेट पर ही छोड़ दिया जाता है। होटल संचालक बचे खाने को फेंक देते हैं। ऐसे में खाने की बर्बादी होती है। खाने की बर्बादी को रोकने के लिए मेला क्षेत्र के होटलों में केंद्र सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग की ओर से यंत्र लगाए जाएंगे। इस बचे हुए खाने से मिथेन गैस तैयार की जाएगी और इसके बाद उससे एलपीजी बनाकर पाइप लाइन के माध्यम से एक किलोमीटर के दायरे में सप्लाई की जाएगी। इससे बिजली भी बनाई जा सकती है।
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