मंगलवार को हरिद्वार कुंभ का शुभारंभ हो गया। जूना अखाड़े के रमता पंचों ने गाजे-बाजे के साथ 3 मार्च शाम ज्वालापुर के पांजेयवाला नगर में प्रवेश कर लिया। प्रवेश के दौरान रमता पंचों ने बड़ी संख्या में नागा साधुओं और अग्नि अखाड़ा, किन्नर अखाड़े के संतों के साथ धूमधाम से हर हर महादेव और ओम नमः शिवाय के जयघोष किया। इस मौके पर जूना अखाड़े के पदादिकारियों और हरिद्वार कुंभ मेला प्रशासन के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इनका स्वागत किया। आज (4 मार्च) को रमता पंचों का अखाड़ा श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े की पेशवाई संग नगर प्रवेश करते हुए अखाड़े की छावनी में कुंभ काल तक के लिए डेरा डालेगी।
मंगलवार शाम शुभ मुहर्त में रमतापंच ग्राम कॉगड़ी स्थित प्रेमगिरि आश्रम से नगर प्रवेश के लिए निकले। श्रीमहंत रमता पंच भल्ला गिरि 13 मढी, श्रीमहंत आनंदपुरी 16मढी, श्रीमहंत रमणगिरि 14मढी, श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्वती 4मढी, अष्टकौशल श्रीमहंत भारद्वाज गिरि, श्रीमहंत शरदभारती, श्रीमहंत चेतनगिरि, श्रीमहंत महेन्द्रपुरी की अगुवाई में पंचपरमेश्वर पूरे लाव-लश्कर के साथ देर शाम पांडेवाला ज्वालापुर स्थित अखाड़े की अस्थायी छावनी में पहुंचे। जहां दत्तात्रेय भगवान के मंदिर की स्थापना कर शिविर स्थापित कर दिया। कांगड़ी गांव से कूच करने से पूर्व रमता पंचों की आगवानी के लिए अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज, सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज, पूर्व सभापति श्रीमहंत सोहनगिरि महाराज, श्रीमहंत उमाशंकर भारती, उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती, प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि, सचिव श्रीमहंत मोहन भारती, श्रीमहंत महेशपुरी के नेतृत्व में हजारों नागा सन्यासियों तथा नागरिकों ने अखाड़े के इष्टदेव की पूजा-अर्चना की। इससे पहले दोपहर के भंडारे के बाद प्रेमगिरि आश्रम में खिचड़ी भोज का आयोजन कर पंचपरमेश्वर को वहां से रवाना किया गया। पूरे रास्ते इनका स्वागत-सत्कार किया जाता रहा। रमता पंचो के साथ चल रहे नागा सन्यासियों द्वारा पूरे मार्ग में हर हर महादेव के जयकारों से वातावरण भक्तिमय नजर आ रहा था। रमता पंचों के पांडेवाला पहुंचने पर श्रीगंगा सभा, तीर्थपुरोहित समाज, पंडा समाज के साथ साथ स्थानीय नागरिकों, श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया।