115 Views
हिंदू धर्म में सोंमवती अमावस्या का विशेष महत्व है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर महीने आमावस्या आती है। जो अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं।
इस दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं होते। इस बार चैत्र महीने की सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस साल में पड़ने वाली यह केवल एक ही सोमवती अमावस्या है जो सोमवार को पड़ रही है। इस दिन दान का महत्व भी अत्याधिक होता है। सोमवती आमावस्या सोमवार के दिन पड़ने से लोग भगवान शिव की पूजा करतें हैं। मान्यता है कि इस दिन दान करने से व्यक्ति के घर में सुख-शांति और खुशहाली आती है।
अमावस्या प्रारम्भ- 11 अप्रैल 2021 सुबह 06:03 बजे से
अमावस्या समाप्त- 12 अप्रैल 2021 सुबह 08:00 बजे तक
सोमवती अमावस्या का महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र नदी, तालाब, या कुंड में स्नान करके सूर्यदेव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन देवादि देव भगवान शिव की पूजा- अर्चना करना पुण्य फलदायी माना गया है। इस दिन देवी लक्ष्मी का पूजन करना भी शुभ माना जाता है। इस दिन सुहागिन स्त्रियां पीपल की पूजा करती हैं औऱ अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं।
ऐसा माना जाता है कि सोमवती अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।