हिन्दू धर्म में चारधाम की यात्रा अपना महत्त्व है। जिसके श्रद्धालु दूर-दूर से भगवान की कृपा पाने और अपने पापों को धोने के लिए आते हैं। इस साल होने वाली चारधाम पर कोरोना की काली नजर लग गई है। उत्तराखंड के चारधाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा को स्थगित कर दी गई है। हालांकि चार बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट तय तारीख पर ही खुलेंगे। बद्रीनाथ धाम के कपाट 18 मई को, केदारनाथ के कपाट 17 मई को, गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट 14 मई को खोले जाएंगे। कपाट खोलते समय में मंदिर से जुड़े लोग ही उपस्थित रहेंगे। आम श्रद्धालु दर्शन के लिए नहीं आ सकेंगे।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कोरोना महामारी को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने यात्रा स्थगित कर दी है। गुरुवार को इस संबंध में एक बैठक आयोजित की गई थी।
शीतकाल में बंद कर दिए जाते हैं कपाट
उत्तराखंड के चारधाम मंदिर शीतकाल में बंद कर दिए जाते हैं। शीतकाल में यहां का वातावरण बहुत ज्यादा ठंडा हो जाता है, यहां बर्फबारी होती है। प्रतिकूल वातावरण को देखते हुए ये चारों मंदिर करीब 6 माह बंद रहते हैं। ग्रीष्म ऋतु में यहां का मौसम अनुकूल हो जाता है, तब मंदिर आम दर्शनार्थियों के लिए खोले जाते हैं। पिछले साल भी कोरोना महामारी की वजह से चारधाम मंदिरों के कपाट सीमित लोगों की उपस्थिति में ही खोले गए थे।