देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अपने पीक पर है. इस दौरान सरकार इससे बचने के लिए टीकाकरण पर ज़ोर दे रही है. लेकिन बहुत से लोगों के मन यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या वैक्सीन लगाने के बाद कोरोना नहीं होगा ? एक्सपर्ट्स के अनुसार कोई भी वैक्सीन कोरोना संक्रमण से सौ फिसदी इम्यूनिटी का दावा नहीं करती है. इसलिए टीकाकरण के बाद भी कुछ लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. लेकिन वैक्सीन ले चुके लोगों को यह बीमारी गंभीर रूप से प्रभावित नहीं करेगी.
सरकार के अनुसार, केवल 0.03% से 0.04% लोग टीकाकरण के बाद कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं. सरकार ने कहा कि वैक्सीन वायरस को रेप्लिकेट और बीमारी को और अधिक गंभीर नहीं होने देगी. बतौर सरकार, "लेकिन उस दौरान आपका आरटी-पीसीआर टेस्ट पॉज़िटिव आ सकता है और आप दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं इसलिए कोविड-19 के सभी प्रोटोकॉल का पालन करना ज़रूरी है."
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में अभी तक 17 करोड़ लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है. आज की रिपोर्ट के अनुसार कुल 24,70,799 सत्र में 17,01,76,603 खुराकें दी गईं. इनमें से 95,47,102 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली खुराक और 64,71,385 को दूसरी खुराक दी गई. वहीं अग्रिम मोर्चे के 1,39,72,612 कर्मियों को पहली खुराक और 77,55,283 को दूसरी खुराक दी गई है. वहीं, 18-44 उम्र समूह में 20,31,854 लोगों को पहली खुराक दी गई है, जबकि 45 से 60 वर्ष के समूह में 5,51,79,217 को पहली खुराक और 65,61,851 को दूसरी खुराक दी गई है. वरिष्ठ नागरिकों में 5,36,74,082 को पहली खुराक और 1,49,83,217 को दूसरी खुराक दी गई है.