आज देश में शनि जयंती मनाई जा रही है. हिंदू मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है. इस दिन शनि देव की पूजा अर्चना की जाती है. यह दिन शनिदेव की कृपा प्राप्त करने और कुंडली में शनिदोषों से मुक्ति पाने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं. मान्यता है कि साढ़ेसाती और ढय्या आदि समस्याओं से परेशान लोगों के लिए शनि जयंती खास पर्व होता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन शनि पूजा करने, व्रत रखने और दान करने से व्यक्ति शनि के अशुभ प्रभाव से मुक्ति पाता है. शनिदेव की विधि पूर्वक पूजा करने से भक्तों की सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उन पर शनिदेव की कृपा बनी रहती है. आज हम आपको बता रहे हैं कि शनि जयंती के दिन कौन-कौन से काम नहीं करने चाहिए.
गरीब और कमजोर को परेशान न करें
शनिदेव की कृपा उन लोगों पर नहीं होती है जो कि गरीब, कमजोर, असहाय लोगों को तंग करते हैं. इसलिए इन लोगों की सदा सेवा करें. न केवल शनि जंयति बल्कि हर दिन इन लोगों की जितनी हो सके मदद करें. इसी के साथ छल - कपट से भी दूर रहना चाहिए.
कांच या लोहे की वस्तु न खरीदें
शनि जयंती के दिन कभी भी कांच या लोहे की चीजें खरीदकर घर नहीं लाना चाहिए. इन चीजों को घर में लाने से मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. लोहे की वस्तु पर शनि की और कांच पर राहुल का प्रभाव रहता है.
पूजा करते वक्त बरतें ये सावधानी
शनिदेव की पूजा करते वक्त कभी उनकी आंखों में नहीं देखना चाहिए. इससे उनकी वक्री दृष्टि आप पर पड़ सकती है. शनिदेव की पूजा करते वक्त हमेशा उनके पैरों की तरफ देखना चाहिए इससे उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.
न करें ये काम
शनि जयंती के दिन मांस, मदिरा का सेवन न करना चाहिए.
ये वस्तुएं भी न खरीदें
सरसों का तेल, लकड़ी, उदड़ की दाल शनि जयंती को नहीं खरीदनी चाहिए. शनि जयंती के दिन बाल या नाखून काटने या कटवाने नहीं चाहिए. जूते, चप्पल खरीदना भी वर्जित माना गया है. इस दिन तुलसी, पीपल या बेलपत्र को तोड़ना भी वर्जित है.