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इस दिन से शुरू हो रही है आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि, बन रहा है उत्तम योग

 

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि को शुरू होने में अब कुछ दिन शेष हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि प्रतिपदा 11 जुलाई को सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू हो रहे हैं. माता रानी के भक्त गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना करते हैं. इस दिन श्रद्धालु निराहार या फलादार रहकर मां दुर्गा की अराधना करते हैं. प्रतिपदा तिथि में घर व मंदिर में कलश स्थापना की जाएगी. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस साल आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा गज यानी हाथी की सवारी से आएंगी.

आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि कब से?

हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि प्रतिपदा 11 जुलाई को सर्वार्थ सिद्धि योग में शुरू हो रही है. जोकि नवमी तिथि अर्थात 18 जुलाई को ख़त्म होगी. इसके लिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 5:31 बजे से 7:47 बजे तक है.

इस बार गुप्त नवरात्रि  में बन रहा उत्तम योग

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस बार गुप्त नवरात्रि के अवसर पर उत्तम योग बन रहें हैं. इसकी शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग में हो रही है. गुप्त नवरात्रि पूजा की शुरुआत में आर्द्रा नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग होने से उत्तम योग बन रहा है. ज्योतिष विद के अनुसार, गज पर सवार होकर मां दुर्गा के आगमन से उत्तम वृष्टि के आसार हैं.

गुप्त नवरात्रि पूजन सामग्री लिस्ट:

गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की साधना एवं उपासना विधि पूर्वक करने के लिए कई सामग्री की जरूरत होती है. इनमें सात प्रकार के अनाज, पवित्र नदी की रेत, पान, हल्दी, सिक्का, सुपारी, चंदन, रोली, रक्षा, जौ, कलश, गंगाजल, मौली, अक्षत्, पुष्प आदि समाग्री शामिल है. चूंकि गुप्त नवरात्रि 11 जुलाई से शुरू होने जा रही है. ऐसे में भक्त को चाहिए कि मां दुर्गा का विधि –विधान से पूजा करने के लिए उक्त सामग्री एकत्रित कर लें.