कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए उत्तर-प्रदेश और उत्तराखंड के बाद दिल्ली सरकार ने भी कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है. दिल्ली सरकार ने कहा कोविड-19 को देखते हुए इस साल कांवड़ यात्रा का आयोजन नहीं किया जाएगा. कोरोना के खतरे को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार हर स्तर पर कदम उठा रही है. दिल्ली डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने औपचारिक आदेश जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा कि 25 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा से संबंधित कोई भी जश्न, जुलूस या गैदरिंग दिल्ली में आयोजित करने की अनुमति नहीं है.
यूपी-उत्तराखंड ने भी की कैंसिल
इससे पहले उत्तराखंड और यूपी सरकार ने भी कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था. उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा तो मुख्यमंत्री पद संभालते ही कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने का फैसला लिया गया था. वहीं यूपी सरकार ने इस फैसले को लेने में काफी देरी लगाई थी. राज्य सरकार का पहले प्रयास था कि कोरोना प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए कांवड़ यात्रा को करवा दिया जाए. लेकिन बाद में जब सुप्रीम कोर्ट की तरफ से भी सफाई मांगी गई और कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी महसूस हुआ, तब योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया.
अब दिल्ली में भी DDMA द्वारा इसी कड़ी में ये अहम फैसला जारी कर दिया गया है. कोरोना काल में कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना किसी भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, यही वजह है कि अब एक-एक कर राज्य सरकारें इस यात्रा को रद्द करने का फैसला सुना रही हैं.
पीएम ने दी तीसरी लहर की चेतावनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लगातार चेतावनी दी जा रही है. कहा जा रहा है कि छोटी लापरवाही भी बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती है. वहीं अब तो नीति आयोग ने भी साफ कह दिया है कि आने वाले 125 दिन काफी अहम होने जा रहे हैं. ऐसे में अब सभी सरकारें खुद को कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयार कर रही हैं. कोशिश की जा रही है कि जो गलतियां दूसरी लहर के दौरान हुई थीं, उन्हें अब ना दोहराया जाए. इसी कड़ी में अब तीन राज्यों ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है.